राजनांदगांव: चिद्दो-गनेरी मार्ग पर स्थित सूखा नाला बैराज इन दिनों पानी से लबालब भरा है और यहां का खूबसूरत नजारा देखने के लिए लोग अपने परिवार और रिश्तेदारों सहित बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं, लेकिन इनमें से अनेक लोग अपनी जान जोखिम में डालकर पानी के नजदीक पहुंचने की कोशिश करते दिख रहे हैं. साथ ही सेल्फी लेने के लिए भी लोगों की भीड़ उमड़ रही है.
बता दें, पिछले 3 दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते जलस्तर काफी बढ़ गया है और बैराज में क्षमता से अधिक पानी संग्रहित होने पर गेट खोला गया है और घूमने वालों की बढ़ती संख्या किसी बड़े हादसे को निमंत्रण दे रहा है. इस बैराज के पास कई जगहों पर आने-जाने की मनाही है, लेकिन युवा इन जगहों पर भी पहुंच रहे हैं. फोटो और सेल्फी लेने के चक्कर में इस बैराज के खतरे को भी नजर अंदाज कर रहे हैं. इस बैराज के चारों ओर पहाड़ियां हैं और यहां का नजारा काफी मनमोहक है. जिसे देखकर कोई भी फोटो या सेल्फी लेने से अपने आपको रोक नहीं पाता है.
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CCTV कैमरे भी बंद
जलभराव और बारिश के चलते फिसलन से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, यहां कोई भी बचाव दल नहीं है. बीते कुछ वर्षों में सूखा नाला बैराज पर लापरवाही के चलते कई दुर्घटनाएं हो चुकी है. इधर, सूखानाला बैराज पर सुरक्षा व्यवस्था के संसाधनों की भी भारी कमी दिखाई देती है, जिसमें CCTV कैमरे भी बंद पड़े हुए हैं और आम नागरिकों को प्रतिबंधित स्थलों पर आवाजाही करने से रोकने के लिए कोई सुरक्षाकर्मी भी दिखाई नहीं देते.
असमाजिक तत्वों का डेरा
सूखा नाला बैराज जहां एक और मनमोहक दृश्य से भरा है, वहीं सुरक्षाकर्मियों के नहीं होने के चलते यहां अक्सर असामाजिक तत्वों का डेरा रहता है और यहां पर उन्हें जुआ और शराबखोरी करने का सुरक्षित स्थान मिल गया है, जबकि बैराज से लगा हुआ काफी बड़ा जंगल है. स्थानीय प्रशासन, पुलिस और वन विभाग का इस ओर समुचित ध्यान नहीं होने से इस क्षेत्र में असमाजिक तत्वों का डेरा लगा है. इस संबंध में मोंगरा बैराज के मुख्य कार्यपालक अभियंता एसके सहारे ने बताया कि सूखा नाला बैराज में गार्ड की व्यवस्था है और बड़ी लाइटें भी लगी हुई हैं. इसके अलावा आने-जाने के लिए दिशा निर्देश और निषेध बोर्ड भी लगाए गए हैं और सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जो बंद होने पर ठीक कराया जाता है.