राजनांदगांव: रेंगाकठेरा में बंदरों को मारने वाले शिकारी पिता-पुत्र को वन विभाग की टीम ने ढूंढ निकाला है. वन विभाग ने संदेह के आधार पर कार्रवाई करते हुए जंगलपुर के रहने वाले कमल पारधी और उसके बेटे विशाल पारधी को गिरफ्तार किया है.अफसरों ने खुड़मुड़ी गांव से दोनों ही लोगों को पकड़ा है. दोनों पर आरोप है कि आसपास के 8 गांव में बंदर भगाने के नाम पर ठेका लेकर वे उन्हें जान से मार देते थे. मामले को लेकर के फॉरेस्ट की टीम ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की है.
राजनांदगांव ब्लॉक के तकरीबन 12 से ज्यादा गांव में बंदरों ने आतंक मचा रखा है. ग्रामीणों की बार-बार शिकायत के बाद भी वन अमले ने इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया. इसके चलते गांव वालों ने बंदरों का शिकार करने वाले शिकारियों को ठेके पर बुलाकर बंदरों को भगाने का काम दे दिया.
शिकारियों ने बंदरों को मृत हालत में छोड़ा
शिकारियों ने एयर गन के जरिए बंदरों को भगाने की कोशिश की और रेंगाकठेरा में तकरीबन 6 बंदरों का शिकार भी किया. हालांकि उन्हें मरा हुआ मौके पर ही छोड़ दिया. लेकिन इस मामले की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम अलर्ट हो गई. अब बंदरों का शिकार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. मामले में दो आरोपियों को वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है.
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इस पूरे मामले में वन विभाग के एसडीओ सौरभ सिंह का कहना है कि मामले को लेकर के कार्रवाई की गई है. पूरे मामले में कई लोगों के बयान भी लिए गए हैं. जल्द ही उच्च अधिकारी को इस मामले की रिपोर्ट सौंप दी जाएगी. इसके बाद पूरे मामले का अधिकृत खुलासा किया जाएगा.