राजनांदगांव: इनवर्टर कंपनी और राज्य सरकार के बीच सांठगांठ होने की बात का वीडियो वायरल करने वाले मांगीलाल अब बीजेपी पर बड़ा आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि कुछ लोग उन्हें इस मामले को कोर्ट तक ले जाने का दबाव बना रहे हैं.
मांगीलाल ने कहा कि जमानत मिलने के बाद कुछ लोग उनसे लगातार संपर्क कर रहे हैं. वो लोग लगातार उन पर दबाव बना रहे थे कि वे इस मामले में पुलिस और राज्य शासन के खिलाफ कोर्ट में केस करें. मांगीलाल का कहना है कि वे लोग भाजपा के हो सकते हैं लेकिन वे उन्हें पहचानते नहीं हैं.
नहीं करना चाहते कार्रवाई
इस बीच सोमवार को मांगीलाल ने स्पष्ट तौर पर मीडिया से कहा है कि वे इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं चाहते अब वो शांति से अपना व्यवसाय करना चाहते हैं. इसके साथ ही उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से जुड़े लोगों से अपील करते हुए कहा कि उनसे इस मामले को लेकर कोई भी संपर्क न करे.
बहरहाल लगातार इस मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा था लेकिन मांगीलाल के इस बयान के बाद सब कुछ आईने की तरह साफ हो गया है.
राजद्रोह का मुकदमा होने के बाद चर्चा में आए
छत्तीसगढ़ में बिजली कटौती से जुड़ी अफवाह सोशल मीडिया पर फैलाने के आरोप में राजनांदगांव जिले के मुसरा डोंगरगढ़ के रहने वाले मांगेलाल अग्रवाल को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके खिलाफ आईपीसी के तहत राजद्रोह की धारा 124 ए और सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार की धारा 505/1/2 के तहत कार्रवाई की गई.
मांगेलाल पर लगाए गए राजद्रोह के मुकदमे को सीएम भूपेश के निर्देश पर हटाए जाने के बाद उन्होंने सपरिवार उनका आभार जताया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने साधारण व्यक्ति की पीड़ा को समझकर तुरंत संज्ञान लेते हुए इतना बड़ा कदम उठाया है.