राजनांदगांव. राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र में मंडरा रहा टिड्डी दल का खतरा टलता दिख रहा है. दाे दिनाें से मध्यप्रदेश के बालाघाट, मंडला और सिवनी क्षेत्राें में टिड्डी दल मंडराने के बाद ये दल वापस हाेता दिख रहा है. शनिवार की शाम कृषि विभाग काे टिड्डी दल का आखिरी लाेकेशन सिवनी जिले के छपारा के आस-पास का मिला है. यह जिले की सीमा से करीब सवा दाै साै किलाेमीटर दूर बताए जा रहे हैं. हालांकि प्रशासन टिड्डी दल पर निगरानी बनाए हुआ है.
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अब नजर दूसरे दल पर
फिलहाल फसलाें काे इस एक टिड्डी दल से खतरा लगभग टलता माना जा रहा है, लेकिन दूसरा दल कभी भी जिले की सीमा की तरफ बढ़ सकता है. एक दिन पहले यह दल महाराष्ट्र के नागपुर और भंडारा हाेते हुए उसी रास्ते से जिले की सीमा की तरफ बढ़ा था, जहां से पहले दल की एंट्री हुई थी. हालांकि कृषि विभाग के पास दूसरे दल की लाेकेशन की जानकारी नहीं है. अफसराें का कहना है कि विभाग टिड्डी दल पर निगरानी बनाया हुआ है.
अफसराें की निगरानी टीम बनी
टि़ड्डी दल के प्रदेश में आने की आशंका को देखते हुए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. उप संचालक, कृषि ने वरिष्ठ कृषि विकास
अधिकारी और अनुविभागीय कृषि अधिकारी को कार्यालय में पदस्थ संध्या कोचरे (मोबाइल नंबर 98271-33047) को नियत्रंण कक्ष प्रभारी नियुक्त किया है. उनके सहयोग के लिए कृषि विकास अधिकारी केएन उपाध्याय (मोबाइल नंबर 94241-26871) और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सीएस टण्डन (मोबाइल नंबर 83191-60386) को भी दायित्व सौंपा गया है. नियंत्रण कक्ष सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा. नियंत्रण कक्ष का फोन नंबर भी जारी किया गया है, ताकि टिड्डी दल के खतरे को भांपते हुए संपर्क किया जा सका. 07744-224109 इस नंबर पर फोन लगाकार जानकारी दी जा सकती है. साथ ही आपातकालीन वाहन चालक विजय अग्रवाल (मोबाइल नंबर 93292-17752) को भी सहयाेगी के रूप में दायित्व सौंपा गया है.