राजनांदगांवः खैरागढ़ के विधायक व दिवंगत राजा देवव्रत सिंह की संपत्ति को लेकर चल रहे विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. उदयपुर स्थित महल को सील करने के बाद प्रशासन ने खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेस को सील कर दिया.
खैरागढ़ राज परिवार में बढ़ते संपत्ति विवाद को देखते हुए प्रशासन ने कमल विलास पैलेस में ताला लगाने का फैसला लिया. दिवंगत देवव्रत सिंह की पत्नी विभा सिंह और देवव्रत सिंह के पुत्र आर्यव्रत सिंह, पुत्री शताक्षी सिंह के बीच चल रहे विवाद को लेकर गत 30 दिसंबर को उदयपुर स्थित महल को खोलने की कवायद की गई थी. देर रात विवादों के बीच आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया था. जिसके बाद प्रशासन ने कड़ा फैसला लेते हुए उदयपुर के महल को 30 दिसम्बर को ही सील कर दिया था.
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बहन ने कहा-संपत्ति में मेरा भी हक
संपत्ति विवाद को देखते हुए खैरागढ़ स्थित कमल पैलेस को भी सील किया गया. कमरे में राजघराने की अमूल्य वस्तुए हैं. इस संबंध में तहसीलदार प्रीतम साहू का कहना है कि अनुविभागीय अधिकारी द्वारा जो निर्देश दिया गया था, उसका पालन करते हुए कमल पैलेस को सील किया गया है. कमल पैलेस सील करने के संबंध में स्व. देवव्रत सिंह की छोटी बहन आकांक्षा सिंह ने कहा कि "मैं भी संपत्ति की हकदार हूं. मुझे किसी भी प्रकार का कोई नोटिस नहीं दिया गया है और कमल पैलेस को सील किया गया है. संपत्ति पर मेरा भी 25% का हिस्सेदारी है. मैंने इस पर आपत्ति लगाई है. क्योंकि मेरी भी खेती किसानी है. मेन गेट पर ताला लगाने से मैंने मना किया है और एक कमरा जिसमें मैं रह सकूं, उसे सील ना किया जाए.
राजपरिवार की सैकड़ों की संपत्ति के लिए विवाद अब तेज हो गया है. इसे देखते हुए प्रशासन ने उदयपुर पैलेस को पहले ही सील कर दिया था और अब देर रात खैरागढ़ के कमल विलास पैलेस को भी सील कर दिया गया है.