राजनांदगांव/डोंगरगांव: जामसरार मार्ग में घुमरिया नदी के पास परिवहन संघ और कुछ पत्रकारों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार देर रात में घुमरिया नदी में रेत निकासी की सूचना पाकर राजनांदगांव से कुछ पत्रकारों की टीम देर रात्रि कवरेज के पहुंची थी. इसी बीच रेत निकासी कर रहे परिवहन संघ के कुछ लोगों ने पत्रकारों को वहां पहुंचने का कारण पूछा. जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच वाद-विवाद काफी बढ़ गया. मामला मारपीट तक पहुंच गया. इस मामले में डोंगरगांव थाने में पत्रकारों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है.
बता दें कि सोमवार देर रात को ग्राम जामसरार नदी में हुई घटना की सूचना मिलते ही डोंगरगांव थाने की टीम मौके पर पहुंची थी. वहीं अगली सुबह मंगलवार को पत्रकारों ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई है. पत्रकारों में राकेश राजपूत, शशिकांत देवांगन और एक महिला पत्रकार सहित अन्य दो शामिल हैं. इस मामले में राकेश राजपूत ने बताया कि हमें रात्रि में अवैध रेत निकासी की सूचना मिली थी, जिसकी कवरेज के लिए हम रात में ही जामसरार नदी पहुंचे थे. जहां खबर कवरेज के दौरान वहां काम कर रहे लोगों की भीड़ ने एक साथ हमला कर दिया. जिसमें शशिकांत को चोट आई है, वहीं महिला पत्रकार के साथ भी हाथापाई और अश्लील हरकत की गई. कैमरामेन से कैमरे को छीनकर कार को नुकसान पहुंचाया गया और मुझे भी बेसबाल स्टीक से मारा गया. महिला पत्रकार ने भी अपनी आपबीती बताते हुए मारपीट और अश्लील हरकत की बात कही है.
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परिवहन संघ ने आरोपों को बताया झूठा
दूसरी ओर परिवहन संघ ने इस पूरे मामले को झूठा बताया है. उनका कहना है कि पत्रकारों ने ही हमारे एक साथी के साथ मारपीट की है. जिससे उसके हाथ, सिर और चेहरे में गंभीर चोटें आई है. इस घटना को लेकर वहां उपस्थित कुछ अन्य साथियों ने अपने पीड़ित साथी के पक्ष में रिपोर्ट दर्ज करानी चाही, लेकिन अब तक रिपोर्ट दर्ज नहीं किया गया है. डोंगरगांव पुलिस को हमने आवेदन दिया है. एक्स-रे रिपोर्ट आने के बाद मामला दर्ज करने की बात कही जा रही है.