राजनांदगांव: शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के विज्ञान विभाग ने तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन 6 फरवरी से 8 फरवरी तक किया है. इस सेमिनार के पहले दिन उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में भिलाई के टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति शामिल हुए. वहीं सेमिनार में विज्ञान के विभिन्न विषय विशेषज्ञ, प्राध्यापक और शोधार्थी भी शामिल हैं.
विज्ञान के शोध की बनाई जाएगी रिपोर्ट: दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव के प्राचार्य केएल टांडेकर ने बताया कि "शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के 65 वर्ष के इतिहास में पहली बार विज्ञान संकाय ने इंटरनेश्नल सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है. उज़्बेकिस्तान, मस्कट, ओमान और चीन से विषय विशेषज्ञ पहुंचे हुए हैं. 6 फरवरी से लेकर 8 फरवरी तक शोधार्थी आपने शोधपत्र प्रस्तुत कर सकेंगे. इस तीन दिन के आयोजन के बाद एक रिपोर्ट बनेगी. जो विज्ञान के विषय में होगी. जिसे हम शासन को देंगे."
विदेशों से आए हैं विषय विशेषज्ञ: इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में आदिमानव काल से लेकर अब तक विज्ञान के विकास और अनसुलझे पहलुओं को भी सामने रखा जा रहा है. वहीं इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के माध्यम से प्राध्यापक और शोधार्थी अपने अनुभव साझा कर रहे हैं. सेमीनार में उज्बेकिस्तान, मस्कट, ओमान और चीन से भी विषय विशेषज्ञ पहुंचे हुए हैं. इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार को लेकर उज्बेकिस्तान से पहुंचे वैज्ञानिक ने विज्ञान कि दुनिया में सामाजिक भागीदारी सहित अन्य विषयों पर अपनी बात रखी.
600 लोग हो रहे शामिल: दिग्विजय महाविद्यालय में विज्ञान के विषय पर आधारित इस तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में लगभग 600 प्राध्यापक,शोधार्थी और विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं. जो अपना शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए विज्ञान की कई बारीकियों पर प्रकाश डालेंगे. अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में बड़ी संख्या में शोधार्थी विद्यार्थी सहित विषय विशेषज्ञ मौजूद हैं. सेमिनार के अंतिम दिन सेमिनार के मंथन से तैयार हुई रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी.