खैरागढ़/राजनांदगांव : ग्राम पंचायत के मुढ़ीपार स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर का डिप्टी कमिश्नर ने आकस्मिक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने प्रवासी मजदूरों से बात कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया. बता दें लगातार प्रवासी मजदूर व्यवस्थाओं को लेकर शिकायतें करते आ रहे थे. वहीं ग्रामीण भी मजदूरों की हरकतों से खासा परेशान थे, जिसकी शिकायत वे लगातार कर रहे थे. दोनों ही परिस्थिति को देखते हुए कलेक्टर ने क्वॉरेंटाइन सेंटर का जायजा लिया.
घर पर भी खुद को करें क्वॉरेंटाइन
डिप्टी कमिश्नर ने मजदूरों से कहा कि वो मास्क लगाने के साथ-साथ एक-दूसरे से दूरी भी बना कर रखें. इसके साथ ही वो लोग क्वॉरेंटाइन सेंटर से निकलने बाद अगले 14 दिन तक घर पर ही खुद को क्वॉरेंटाइन करें. उन्होंने कहा कि घर पर रहने के बाद और 14 दिन वे घर से बाहर न निकलें. 14 दिन पूरे होने के बाद उन्हें मनरेगा में काम मिल सकता है.
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मनमानी कर रहे मजदूर
ग्रामीणों का कहना है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर निवासरत प्रवासी मजदूर लगातार मनमानी कर रहे हैं. उनका कहना है कि यहां रह रहे मजदूर किसी की भी नहीं सुनते हैं. शराब पीने के बाद ग्रामवासियों से झगड़े पर उतारू हो जाते हैं. इस तरह की शिकायतों के बाद जब पंचायत ने शराब दुकान पर दबाव बनाया तो दुकानदार ने उन्हें बताया कि लोग चेहरा ढक कर आते हैं, चेहरा दिखाई नहीं देता और इस वजह से वो लोग सभी को पहचानते नहीं हैं.
सीईओ से भी शिकायत
पंचायत पदाधिकारियों ने इसकी शिकायत जनपद पंचायत खैरागढ़ सीईओ से भी की थी. लेकिन इस दिशा में कार्रवाई के अभाव में प्रवासी मजदूरों के हौसले बुलंद हो गए थे. प्रवासी मजदूरों के सोशल डिस्टेंस के अभाव में मुढ़ीपार भी कोरोना के चपेट में न आ जाए इस बात को लेकर ग्रामीण लगातार चिंतित थे.