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आईबी ग्रुप के कर्मचारियों का पंजाब में ट्रांसफर का दबाव, कर्मचारियों ने किया विरोध

आईबी ग्रुप के कर्मचारियों को बिना किसी कारण पंजाब ट्रांसफर करने के आदेश का कर्मचारियों ने विरोध किया है. साथ ही कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन कर जिला प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.

IB group employees protested in rajnandgaon
आईबी ग्रुप के कर्मचारी
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Published : Jun 15, 2020, 11:30 PM IST

राजनांदगांव : जिले के सबसे बड़े पोल्ट्री फॉर्म में कार्यरत सैकड़ों वाहन चालकों और परिचालकों पर कंपनी प्रबंधक पंजाब ट्रांसफर करने का दबाव बना रही है. ऐसा नहीं करने पर उनसे इस्तीफे तक की मांग की जा रही है. इस मामले को लेकर आईबी ग्रुप के वाहन चालकों और परिचालकों ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप कर न्याय की गुहार लगाई है.

कर्मचारियों ने किया विरोध

आईबी ग्रुप के कर्मचारियों को बिना किसी कारण पंजाब ट्रांसफर करने का आदेश दिया गया है. वहां ज्वॉइन नहीं करने की स्थिति में ठेके पर काम करने का दबाव बनाया जा रहा है. ऐसा नहीं करने पर सीधे तौर पर कर्मचारियों से इस्तीफे की मांग भी की जा रही है. जबकि तकरीबन 20 साल से कर्मचारी नियमित तौर पर कंपनी में काम कर रहे हैं. इस मामले को लेकर कंपनी प्रबंधक की ओर से आदेश जारी करने के बाद कर्मचारियों में अपनी नौकरी को लेकर असुरक्षा का माहौल पैदा हो गया है. यही कारण है कि मंगलवार को कर्मचारियों ने इसका विरोध करते हुए कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन कर जिला प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.

पढ़ें : बिना मास्क लगाए कोर्ट में बहस करने वाले अधिवक्ता के खिलाफ FIR

कर्मचारियों का कहना है कि जिला प्रशासन इस मामले में संज्ञान लेते हुए कंपनी प्रबंधक और कर्मचारी संघ से चर्चा कर रास्ता निकालें. क्योंकि कंपनी सीधे तौर पर कर्मचारियों पर नौकरी छोड़ने का दबाव बना रही है. कर्मचारियों के सामने ऐसी शर्ते रखी गई है जिसे मानना एक तरीके से नौकरी छोड़ने के बराबर है.

पहले भी आ चुका है मामला
कुछ दिन पूर्व भी वाहन चालकों ने कंपनी प्रबंधक पर श्रम अधिनियम का पालन नहीं करने को लेकर कई आरोप लगाए थे. इस मामले को लेकर जिला प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाकर कंपनी प्रबंधक को कड़ी फटकार लगाई थी. इसके बाद कंपनी प्रबंधक बैकफुट पर आ गया था. लेकिन अब लॉकडाउन जैसे हालात में कंपनी कर्मचारियों पर दबाव बनाकर नौकरी से निकालना चाह रही है. यही कारण है कि कर्मचारी अब इसका खुलकर विरोध कर रहे हैं.


जांच की जाएगी
इस मामले को लेकर के एसडीएम मुकेश रावटे का कहना है कि मामले में कंपनी प्रबंधक और कर्मचारियों से चर्चा की जाएगी. कर्मचारियों की मांगों और कंपनी की पॉलिसी को ध्यान में रखकर कोई भी फैसला किया जाएगा.

राजनांदगांव : जिले के सबसे बड़े पोल्ट्री फॉर्म में कार्यरत सैकड़ों वाहन चालकों और परिचालकों पर कंपनी प्रबंधक पंजाब ट्रांसफर करने का दबाव बना रही है. ऐसा नहीं करने पर उनसे इस्तीफे तक की मांग की जा रही है. इस मामले को लेकर आईबी ग्रुप के वाहन चालकों और परिचालकों ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप कर न्याय की गुहार लगाई है.

कर्मचारियों ने किया विरोध

आईबी ग्रुप के कर्मचारियों को बिना किसी कारण पंजाब ट्रांसफर करने का आदेश दिया गया है. वहां ज्वॉइन नहीं करने की स्थिति में ठेके पर काम करने का दबाव बनाया जा रहा है. ऐसा नहीं करने पर सीधे तौर पर कर्मचारियों से इस्तीफे की मांग भी की जा रही है. जबकि तकरीबन 20 साल से कर्मचारी नियमित तौर पर कंपनी में काम कर रहे हैं. इस मामले को लेकर कंपनी प्रबंधक की ओर से आदेश जारी करने के बाद कर्मचारियों में अपनी नौकरी को लेकर असुरक्षा का माहौल पैदा हो गया है. यही कारण है कि मंगलवार को कर्मचारियों ने इसका विरोध करते हुए कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन कर जिला प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.

पढ़ें : बिना मास्क लगाए कोर्ट में बहस करने वाले अधिवक्ता के खिलाफ FIR

कर्मचारियों का कहना है कि जिला प्रशासन इस मामले में संज्ञान लेते हुए कंपनी प्रबंधक और कर्मचारी संघ से चर्चा कर रास्ता निकालें. क्योंकि कंपनी सीधे तौर पर कर्मचारियों पर नौकरी छोड़ने का दबाव बना रही है. कर्मचारियों के सामने ऐसी शर्ते रखी गई है जिसे मानना एक तरीके से नौकरी छोड़ने के बराबर है.

पहले भी आ चुका है मामला
कुछ दिन पूर्व भी वाहन चालकों ने कंपनी प्रबंधक पर श्रम अधिनियम का पालन नहीं करने को लेकर कई आरोप लगाए थे. इस मामले को लेकर जिला प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाकर कंपनी प्रबंधक को कड़ी फटकार लगाई थी. इसके बाद कंपनी प्रबंधक बैकफुट पर आ गया था. लेकिन अब लॉकडाउन जैसे हालात में कंपनी कर्मचारियों पर दबाव बनाकर नौकरी से निकालना चाह रही है. यही कारण है कि कर्मचारी अब इसका खुलकर विरोध कर रहे हैं.


जांच की जाएगी
इस मामले को लेकर के एसडीएम मुकेश रावटे का कहना है कि मामले में कंपनी प्रबंधक और कर्मचारियों से चर्चा की जाएगी. कर्मचारियों की मांगों और कंपनी की पॉलिसी को ध्यान में रखकर कोई भी फैसला किया जाएगा.

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