राजनांदगांव: खैरागढ़ इलाके के पेंड्री स्थित कोविड-19 हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से शहर के अंबेडकर वार्ड निवासी कोरोना संक्रमित मरीज की मौत का मामला अब गरमाता जा रहा है. हॉस्पिटल प्रबंधन सहित सिलेंडर सप्लायर की लापरवाही सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मामले का संज्ञान लिया है. पूरे मामले की जांच कर 24 घंटे में जवाब मांगा गया है.
परिजनों ने भी अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. मृतक की बेटी ज्योति रंगारी ने राजनांदगांव के लालबाग थाने में शिकायत की है. पूरी घटना की गंभीरता से जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है. साथ ही एफआइआर दर्ज करने की भी मांग की गई है.
क्या है पूरा मामला
56 साल के कोरोना मरीज को सांस लेने में तकलीफ होने पर 11 नवंबर की रात कोविड-19 सेंटर राजनांदगांव रेफर किया गया था. जहां आइसीयू में उपचार के लिए भर्ती कराया गया. लेकिन 13 नवंबर की सुबह से उनका ऑक्सीजन लेवल गिरता जा रहा था. लेकिन उन्हें ऑक्सीजन नहीं दिया गया. जिसे लेकर अस्पताल प्रबंधन से भी शिकायत की थी. लेकिन कोई ठोस पहल नहीं की गई. अगले दिन भी पांच से अधिक बार प्रबंधन को मामले की जानकारी दी गई. 15 नवंबर की शाम एक स्टाफ नर्स वार्ड ब्वाय के साथ पहुंची. जहां वार्ड ब्याव को ही ऑक्सीजन सिलेंडर बदलने की बात कही गई. लेकिन उसने सिलेंडर बदलने की जानकारी नहीं होने की बात कही.
इसके बाद भी उससे सिलेंडर चेंज कराया गया. ऑक्सीजन सिलेंडर बदलने के बाद मरीज को बदबू आने लगी. शिकायत के बाद भी समस्या से राहत नहीं मिली. इसी दौरान कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई. ज्ञापन देने के दौरान नगर निगम पार्षद सिद्धार्थ डोंगरे, जिला पंचायत सभापति विप्लव साहू, बौद्ध समाज खैरागढ़ के अध्यक्ष उत्तम कुमार बागड़े और मृतक वेंकट रंगारी की पुत्री मौजूद थी.