राजनांदगांव: लंबे अंतराल के बाद राजनांदगांव नगर निगम के सभागृह में सामान्य सभा की बैठक आयोजित हुई. कई विषयों को लेकर नगर निगम राजनांदगांव अध्यक्ष द्वारा यह बुलाई गई थी. इस बैठक की शुरुआत होते ही पक्ष और विपक्ष के बीच विषयों को लेकर हंगामा होने लगा.
तीन विषयों को लेकर हुई चर्चा: सामान्य सभा की बैठक को लेकर राजनांदगांव महापौर हेमा देशमुख ने बताया कि "इस सामान्य सभा की बैठक में पहला विषय नगरीय निकाय क्षेत्र के उद्योगों को संपत्ति कर से भार मुक्त करने 50 प्रतिशत छूट देने का था. दूसरा विषय जाति-निवास प्रमाण पत्र बनाए जाने प्राप्त आवेदनों पर विचार विमर्श और तीसरा विषय नगरीय निकाय द्वारा अचल संपत्ति अंतरण हेतु निविदा नीलामी के पहले आफसेट मूल्य निर्धारित करने के संबंध में रखा गया था.
नेता प्रतिपक्ष ने लगाए आरोप: राजनांदगांव नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने कहा कि "धारा 30 के तहत यह विशेष सम्मेलन बुलाया गया है, जो कि ज्वलंत मुद्दों को लेकर बुलाया जाता है." उन्होंने कहा कि "तीनों विषय ज्वलंत मुद्दा नहीं हैं." विपक्ष ने केवल बड़े उद्योगों को छूट ना देकर सभी उद्योगों को संपत्ति कर से पूरी तरह छूट दिए जाने का प्रस्ताव रखा है. नेता प्रतिपक्ष ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि "अचल संपत्ति की 30 प्रतिशत राशि को कम करने शासन ने पहले ही पत्र जारी कर दिया है. महापौर लगभग 1 साल बाद 30 प्रतिशत कम करके नीलामी का विषय ला रही है."
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राजनांदगांव शहर के विकास को लेकर कई अहम मुद्दे होने के बावजूद सामान्य सभा में इन तीन विषयों को ही लाया गया. जिस पर राजनांदगांव नगर निगम की सामान्य सभा शुरू होते ही हंगामेदार रही और सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप मढ़ते नजर आए. इस दौरान महापौर हेमा देशमुख, नगर निगम आयुक्त डॉ आशुतोष चतुर्वेदी, नगर निगम अध्यक्ष हरिनारायण पप्पू धकेता, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु और अन्य पार्षद सहित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे.