राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के समर्थन मूल्य को लेकर मचे बवाल को लेकर किसानों की अपनी ही राय है. राजनीतिक रूप से जहां समर्थन मूल्य 25 सौ रुपये में धान खरीदी किए जाने को सरकार पर चौतरफा दबाव बना रहे हैं. वहीं किसान सरकार की बात से सहमत दिखाई दे रहे हैं. किसानों को विश्वास है कि आज नहीं तो कल सरकार उन्हें उनके धान की पूरी राशि देगी.
राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 1 दिसंबर से शुरू हो गई है. एक ओर जहां भाजपा भूपेश सरकार पर वादा खिलाफी का इल्जाम लगाते हुए प्रदर्शन कर रही है, वहीं दूसरी ओर किसान सरकार के फैसले से खुश नजर आ रहे हैं. किसानों में इस बार भी सरकार को लेकर भरोसा कायम है. किसानों का कहना है कि सरकार धान खरीदी के लिए वर्तमान में 1815 से 1835 रुपये की राशि दे रही है. बकी बची राशि भी सरकार योजना के तहत देगी.
सरकार के फैसले से खुश हैं किसान
किसानों का कहना है कि सरकार की समस्या को हम जान रहे हैं. आज नहीं तो कल वह समर्थन मूल्य की राशि देंगे. हम किसान हैं और सरकार की समस्या को समझते हैं. समर्थन मूल्य को लेकर किसानों में काफी उत्साह का माहौल है. लगातार किसान पंजीयन कराकर अपना धान बेचने के लिए सोसाइटी पहुंच रहे हैं. शहर से लगी सोसाइटी ढाबा में 20 किसान धान बेचने पहुंचे. जहां 18 किसानों का धान भी खरीद लिया गया है. सोसायटी प्रबंधक का कहना है कि धान खरीदी में किसी तरह की कोई भी दिक्कत किसानों को नहीं हो रही है.