राजनांदगांव: डोंगरगढ़ विकासखंड और डोंगरगांव विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कोटनापानी के आश्रित ग्राम दमउदहरा के किसानों ने भूमि के संबंध में SDM से मुलाकात की. साथ ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित वन मंत्री के नाम SDM अविनाश भोई को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में किसानों ने वन भूमि पट्टा की मांग और वन भूमि पर अवैध रूप से किए गए कब्जे की सूक्ष्मता से जांच करने की मांग की. उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि ग्राम दमऊदहरा के निवासियों ने साल 2017-18 में ग्राम पंचायत कोटनापानी में आवेदन लगाकर भूमिहीन ग्रामीणों के लिए वन भूमि पर खेती-किसानी कर परिवार के पालन पोषण के लिए वन परिक्षेत्र दक्षिण बोरतलाव के कक्ष क्रमांक 453, 55 और 56 के वन भूमि की मांग की थी.
वन भूमि को कृषि योग्य बनाया
इसके परिपेक्ष में भूमिहीन परिवारों को शासन के मापदंड अनुसार वन भूमि को कृषि योग्य बनाने की अनुमति दी थी. किसानों ने बताया कि नियमों के तहत भूमिहीन कृषकों ने नियमानुसार वन भूमि को कृषि योग्य बनाकर खेती करने लगे.
10-10 हजार रुपये की मांग
ग्राम मड़ियांन, दमऊदहरा, कोटनापानी गांवों के उच्च वर्ग जिनके पास खुद की जमीनें थी. उन्होंने भी अवैध रूप से सैकड़ों एकड़ वन भूमि पर कब्जा कर लिया. ग्रामीणों का आरोप है कि कब्जा जमीन की जांच करने पर वन दक्षिण बोरतलाव के उप वन परिक्षेत्र अधिकारी फिरतु राम धुर्वे और बीट गार्ड मिथलेश साहू ने वन भूमि पर अतिक्रमण किए व्यक्तियों से 10-10 हजार रुपये की मांग की, जिसके चलते अपात्र व्यक्तियों ने सैकड़ों एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया है.
गांव के किसान सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि रहे उपस्थित
इस दौरान सरपंच हेमकुंवर, जनपद सदस्य और सभापति संचार और संकर्म विभाग टोमिन चन्द्रवंशी, जिला पंचायत सदस्य और महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष रामक्षत्रिय चन्द्रवंशी सहित गांव के अन्य किसान उपस्थित रहे.