राजनांदगांव: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राजनांदगांव के किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल के साथ आए किसानों ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरुआत करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया.
इस अवसर पर किसानों ने राजीव गांधी न्याय योजना के तहत उनके खाते में आई पहली किस्त की बोनस राशि में से 69 हजार रुपए का चेक मुख्यमंत्री को सौंपा. ये राशि कोरोना महामारी के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किए जा रहे बचाव एवं नियंत्रण की मुहिम में सहयोग के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराई जाएगी.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के इस योगदान की सराहना की है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का किसान उदार है. सीएम ने कहा कि यह सरकार किसानों की सरकार है, जो हर हाल में किसानों के साथ खड़ी है. इस अवसर पर राजनांदगांव के किसान राजभान लोधी, कमलेश्वर वर्मा, मोती लाल साहू और भागवत साहू उपस्थित थे.
अलग-अलग जिलों को मिली राशि
रायपुर, बलौदाबाजार, राजनांदगांव, कबीरधाम और बिलासपुर जिले को 2-2 करोड़ रुपए, मुंगेली जिले को डेढ़ करोड़ रूपए, बस्तर, कोरिया, बलरामपुर-रामानुजगंज और सूरजपुर जिले को 1-1 करोड़ रुपए, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर, बीजापुर, कोरबा, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, जशपुर, सरगुजा और गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले को 50-50 लाख रुपए की राशि आवंटित की गई है.
मुख्यमंत्री सहायता कोष में मिले इतने करोड़
इसके पहले मुख्यमंत्री सहायता कोष से प्रदेश के 11 जिलों को 20-20 लाख रुपए कुल 2 करोड़ 20 लाख रुपए, सभी 28 जिलों को 25-25 लाख रुपए यानि कुल 7 करोड़ और प्रदेश के सभी 146 विकासखंडों को 10-10 लाख रुपए कुल 14 करोड़ 60 लाख रुपए की राशि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी की जा चुकी है.
किसानों को दी गई सहायता राशि
इस साल 21 मई को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरुआत प्रदेश मेें की गई. योजना की प्रथम किस्त के रूप में 1500 करोड़ रुपए प्रदेश के 19 लाख किसानों के खाते में जमा कराए जा चुके हैं और बाकी की राशि भी आगामी समय में 3 किस्तों में किसानों के खाते में जमा कराई जाएगी.