राजनांदगांव: डोंगरगढ़ विकासखंड में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. कोलारघाट गांव में वन सुरक्षा समिति के सदस्यों और गांव की महिलाओं ने मिलकर अधेड़ महिला की बेरहमी से पिटाई की. महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. आरोप है कि इस दौरान मौके पर मौजूद वन विभाग के अधकारी, कर्मचारी भी मौजूद थे. लेकिन किसी ने भी महिला को बचाने की कोशिश नहीं की.
घटना 5 जुलाई की है. बोरतलाव वन परीक्षेत्र के अफसर और कर्मचारी कोलार घाट में अतिक्रमण हटाने गए थे. इस दौरान सुरक्षा समिति के सदस्यों और पीड़िता के बीच थोड़ा विवाद हो गया, जिससे बाद गुस्से में आगबबूला सुरक्षा समिति की महिलाओं ने अधेड़ महिला को बेहोश होने तक पीटा.
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5 दिन तक चला इलाज
बेहोश होने के बाद महिला को डोंगरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जिसे 5 दिन इलाज करने के बाद 9 जुलाई को डिस्चार्ज किया गया. उन्होंने इसकी शिकायत बोरतलाव थाना में की है. उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने के बाद भी उसके शरीर में दर्द है.
अतिक्रमण हटाने को लेकर हुआ विवाद
पीड़िता ने बताया कि कोलार घाट में गोपाल गंधर्व ने वन विभाग की जमीन में कब्जा कर कच्चा मकान बनाया था, जिसे हटाने उत्तर बोरतलाव रेंज के वन कर्मी पहुंचे थे. गांव वालों की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही थी इस दौरान महिला ने कहा कि गांव में की लोगों ने अवैध कब्जा किया हुआ है अगर कार्रवाई होनी है तो सभी पर होनी चाहिए.
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दोनों पक्षों के खिलाफ अपराध दर्ज
पीड़िता की बात सुनकर गांव के लोग और वन सुरक्षा समिति के सदस्य आग बबूला हो गए और उसकी पिटाई शुरू कर दी. इस संबंध में जब मीडिया ने वन अधिकारी से बात करनी चाही तो उन्होंने कुछ भी करने से मना कर दिया है. वहीं जांच अधिकारी का कहना है कि दोनों पक्षों के विवाद हुआ था जिसमें मामूली चोटें आई हैं. दोनों पक्षों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है.