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राजनांदगांव: हिंदी के छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा रहे डॉ. चंद्रकुमार जैन

कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर लॉकडाउन होते ही सरकार ने स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का फरमान जारी कर दिया. लॉकडाउन की वजह से छात्रों की पढ़ाई रुक गई. इसे देखते हुए हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ. चंद्रकुमार जैन ने ऑनलाइन क्लासेस शुरु की हैं, जिससे छात्रों को परेशानी न हो. अब तकरीबन 150 छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं.

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प्रोफेसर डॉ. चंद्रकुमार जैन
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Published : May 14, 2020, 12:25 PM IST

Updated : May 14, 2020, 1:15 PM IST

राजनांदगांव: शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के छात्रों के लिए कोरोना काल में भी पढ़ाई उनके दरवाजे पर दस्तक दे रही है. कॉलेज के स्नातक से लेकर के पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई करने वाले छात्र अब ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं. यह सब कुछ प्रोफेसर डॉ. चंद्रकुमार जैन की पहल से संभव हुआ है, जिन्होंने कोरोना काल में भी छात्रों की पढ़ाई को प्रभावित होने नहीं दिया और शिक्षा के दीप को उनके घर पर ही लाकर खड़ा कर दिया है.

छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा रहे डॉ. चंद्रकुमार जैन

दरअसल, 22 मार्च के बाद देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई, इसके बाद से स्कूल और महाविद्यालयों को बंद करने का फरमान सरकार ने जारी किया. इस बीच यूजी और पीजी में अध्ययनरत छात्रों का कोर्स अधर में लटक गया. ऐसी स्थिति हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ. चंद्रकुमार जैन ने छात्रों को घर बैठे ही उनका कोर्स पूरा कराने की जवाबदारी उठाई है.

नारायणपुर: नेटवर्क की वजह से ऑनलाइन क्लासेस हुईं ऑफलाइन, कैसे हो डिजिटल पढ़ाई ?

पीजी के छात्रों को दे रहे शिक्षा
डॉक्टर जैन अपने घर से ही छात्रों को ऑनलाइन वीडियो एप के जरिए पढ़ाई करवा रहे हैं. उन्होंने घर के एक कमरे में पूरा सेटअप लगा कर रखा है, जहां कंप्यूटर के माध्यम से वो एक स्थान पर बैठकर छात्रों से ऑनलाइन संवाद करते हैं. चंद्रकुमार लगातार ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को हिंदी सब्जेक्ट की पढ़ाई करवा रहे हैं.

'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना के तहत घर बैठे पढ़ रहे बच्चे

पढ़ई तुहंर द्वार से हुए प्रभावित
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की 'पढ़ई तुहंर द्वार' योजना से डॉ. जैन काफी प्रभावित हुए हैं. उन्होंने राज्य शासन के पोर्टल पर भी अपने 20 वीडियो अपलोड किए हैं, जो हिंदी विषय के लिए काफी उपयोगी हैं. डॉ. जैन ने हिंदी विषय पर जो वीडियो डाले हैं, वह पहली कक्षा से लेकर के स्नातकोत्तर की कक्षाओं में अध्यनरत छात्रों के लिए उपयोगी हैं.

EXCLUSIVE: लॉकडाउन में बदला पढ़ाई का पैटर्न, स्कूलों में ऑनलाइन स्टडी

समसामयिक विषय पर भी डाल रहे प्रकाश
डॉ. जैन समसामयिक विषय पर भी लगातार वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं. कोरोना बीमारी के लक्षण और बचने के उपाय जैसे विषय पर उन्होंने प्रकाश डालते हुए कई वीडियो अपलोड किए हैं. इसके अलावा वे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी छात्रों को तैयार करने के उद्देश्य से समय-समय पर लगातार अलग-अलग विषय पर जानकारी देते हैं. यह वीडियो आसानी से उनके सोशल साइट्स पर देखा जा सकता है.

SPECIAL: पढ़ाई की ऐसी ललक की दिव्यांगता भी नहीं रोक पाई रास्ता

आने वाले समय में हाईटेक होंगी क्लासेस
ETV भारत से चर्चा करते हुए डॉ. चंद्र कुमार जैन ने बताया कि, वर्तमान में जिस तरीके से कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लोगों में दहशत का माहौल है. पूरी दुनिया की व्यवस्था बदल रही है. ऐसी स्थिति में आने वाले समय में शिक्षा भी ऑनलाइन तरीके से लोगों के घर तक पहुंचाने की जरूरत होगी, आने वाला समय काफी हाईटेक है और मुश्किलों से भी भरा है. इसके कारण छात्रों को शिक्षा उनके घर तक पहुंचा कर देने की पहल की गई है'.

जिम्मेदारी को समझा
उन्होंने बताया कि 'कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉक डाउन किए जाने के बाद पढ़ाई के क्षेत्र में व्यवस्था काफी बदल गई. एकाएक ठहराव आ गया. इस ठहराव ने उन्हें सोचने पर मजबूर किया कि आखिर सरकार से वेतन लेने के बाद भी अगर वह छात्रों को शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में छात्रों के साथ अन्याय होगा. इसलिए उन्होंने पहल करते हुए ऑनलाइन क्लासेस शुरू करने का फैसला किया. वह इस फैसले में काफी हद तक सफल साबित हुए हैं'.

बिंदुवार जानकारी

  • शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में तकरीबन 6000 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं.
  • इन विद्यार्थियों को हिंदी विषय पर लगातार ऑनलाइन कक्षाओं के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
  • 6 विश्वविद्यालय की साइट पर भी हिंदी विषय के अलग-अलग अध्यायों पर व्याख्यान के वीडियो अपलोड हैं.
  • राज्य के तकरीबन 4000 से अधिक स्नातक और स्नातकोत्तर विषय के छात्र उनके वीडियो का लाभ ले रहे हैं.
  • हिंदी विषय में अध्ययन को लेकर आने वाली कठिनाई दूर हो रही है.
  • 10 महाविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्र हिंदी विषय में ऑनलाइन मार्गदर्शन ले रहे हैं.
  • सिविल सर्विसेज में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए यूट्यूब चैनल के माध्यम से अलग-अलग सामग्री अपलोड है
  • छात्र वीडियो के माध्यम से हिंदी विषय पर आने वाली कठिनाई को दूर कर सकते हैं.

राजनांदगांव: शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के छात्रों के लिए कोरोना काल में भी पढ़ाई उनके दरवाजे पर दस्तक दे रही है. कॉलेज के स्नातक से लेकर के पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई करने वाले छात्र अब ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं. यह सब कुछ प्रोफेसर डॉ. चंद्रकुमार जैन की पहल से संभव हुआ है, जिन्होंने कोरोना काल में भी छात्रों की पढ़ाई को प्रभावित होने नहीं दिया और शिक्षा के दीप को उनके घर पर ही लाकर खड़ा कर दिया है.

छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा रहे डॉ. चंद्रकुमार जैन

दरअसल, 22 मार्च के बाद देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई, इसके बाद से स्कूल और महाविद्यालयों को बंद करने का फरमान सरकार ने जारी किया. इस बीच यूजी और पीजी में अध्ययनरत छात्रों का कोर्स अधर में लटक गया. ऐसी स्थिति हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ. चंद्रकुमार जैन ने छात्रों को घर बैठे ही उनका कोर्स पूरा कराने की जवाबदारी उठाई है.

नारायणपुर: नेटवर्क की वजह से ऑनलाइन क्लासेस हुईं ऑफलाइन, कैसे हो डिजिटल पढ़ाई ?

पीजी के छात्रों को दे रहे शिक्षा
डॉक्टर जैन अपने घर से ही छात्रों को ऑनलाइन वीडियो एप के जरिए पढ़ाई करवा रहे हैं. उन्होंने घर के एक कमरे में पूरा सेटअप लगा कर रखा है, जहां कंप्यूटर के माध्यम से वो एक स्थान पर बैठकर छात्रों से ऑनलाइन संवाद करते हैं. चंद्रकुमार लगातार ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को हिंदी सब्जेक्ट की पढ़ाई करवा रहे हैं.

'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना के तहत घर बैठे पढ़ रहे बच्चे

पढ़ई तुहंर द्वार से हुए प्रभावित
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की 'पढ़ई तुहंर द्वार' योजना से डॉ. जैन काफी प्रभावित हुए हैं. उन्होंने राज्य शासन के पोर्टल पर भी अपने 20 वीडियो अपलोड किए हैं, जो हिंदी विषय के लिए काफी उपयोगी हैं. डॉ. जैन ने हिंदी विषय पर जो वीडियो डाले हैं, वह पहली कक्षा से लेकर के स्नातकोत्तर की कक्षाओं में अध्यनरत छात्रों के लिए उपयोगी हैं.

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समसामयिक विषय पर भी डाल रहे प्रकाश
डॉ. जैन समसामयिक विषय पर भी लगातार वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं. कोरोना बीमारी के लक्षण और बचने के उपाय जैसे विषय पर उन्होंने प्रकाश डालते हुए कई वीडियो अपलोड किए हैं. इसके अलावा वे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी छात्रों को तैयार करने के उद्देश्य से समय-समय पर लगातार अलग-अलग विषय पर जानकारी देते हैं. यह वीडियो आसानी से उनके सोशल साइट्स पर देखा जा सकता है.

SPECIAL: पढ़ाई की ऐसी ललक की दिव्यांगता भी नहीं रोक पाई रास्ता

आने वाले समय में हाईटेक होंगी क्लासेस
ETV भारत से चर्चा करते हुए डॉ. चंद्र कुमार जैन ने बताया कि, वर्तमान में जिस तरीके से कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लोगों में दहशत का माहौल है. पूरी दुनिया की व्यवस्था बदल रही है. ऐसी स्थिति में आने वाले समय में शिक्षा भी ऑनलाइन तरीके से लोगों के घर तक पहुंचाने की जरूरत होगी, आने वाला समय काफी हाईटेक है और मुश्किलों से भी भरा है. इसके कारण छात्रों को शिक्षा उनके घर तक पहुंचा कर देने की पहल की गई है'.

जिम्मेदारी को समझा
उन्होंने बताया कि 'कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉक डाउन किए जाने के बाद पढ़ाई के क्षेत्र में व्यवस्था काफी बदल गई. एकाएक ठहराव आ गया. इस ठहराव ने उन्हें सोचने पर मजबूर किया कि आखिर सरकार से वेतन लेने के बाद भी अगर वह छात्रों को शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में छात्रों के साथ अन्याय होगा. इसलिए उन्होंने पहल करते हुए ऑनलाइन क्लासेस शुरू करने का फैसला किया. वह इस फैसले में काफी हद तक सफल साबित हुए हैं'.

बिंदुवार जानकारी

  • शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में तकरीबन 6000 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं.
  • इन विद्यार्थियों को हिंदी विषय पर लगातार ऑनलाइन कक्षाओं के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
  • 6 विश्वविद्यालय की साइट पर भी हिंदी विषय के अलग-अलग अध्यायों पर व्याख्यान के वीडियो अपलोड हैं.
  • राज्य के तकरीबन 4000 से अधिक स्नातक और स्नातकोत्तर विषय के छात्र उनके वीडियो का लाभ ले रहे हैं.
  • हिंदी विषय में अध्ययन को लेकर आने वाली कठिनाई दूर हो रही है.
  • 10 महाविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्र हिंदी विषय में ऑनलाइन मार्गदर्शन ले रहे हैं.
  • सिविल सर्विसेज में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए यूट्यूब चैनल के माध्यम से अलग-अलग सामग्री अपलोड है
  • छात्र वीडियो के माध्यम से हिंदी विषय पर आने वाली कठिनाई को दूर कर सकते हैं.
Last Updated : May 14, 2020, 1:15 PM IST
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