राजनांदगांव: 1 दिसंबर से होने जा रही धान खरीदी को लेकर के जिला प्रशासन ने अभी से सख्त रवैया अपनाया है. जिला प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए समर्थन मूल्य पर होने वाली धान खरीदी में किसानों के पंजीयन को लेकर के हर शिकायत को गंभीरता से लेने के सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने समिति प्रबंधकों और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के सीईओ को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसानों के पंजीयन में किसी तरह की की लापरवाही न बरती जाए. उन्होंने लापरवाही बरतने वाले अधिकारी कर्मचारी पर तत्काल कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं.
किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी
कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने अधिकारियों की बैठक लेकर कहा है कि 1 दिसंबर से धान की खरीदी की जाएगी, जिसके लिए तैयारियां पहले ही कर ली जाए. धान खरीदी के लिए किसानों के पंजीयन की तारीख 10 नवंबर तक बढ़ा दिया गया है. सभी राजस्व अमला शत-प्रतिशत किसानों का पंजीयन करें. उन्होंने कहा कि पंजीयन में पटवारी की ज्यादा शिकायत मिल रही है, इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले पटवारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. किसान को धान बेचने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.
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धान खरीदी के लिए सभी किसानों का हो पंजियन
राजस्व अधिकारी इसके लिए गंभीरता पूर्वक कार्य करें. उन्होंने सभी SDM को सोसायटी की बैठक लेकर बारदाना की उपलब्धता और अन्य तैयारी करने के निर्देश दिए. धान खरीदी केंद्र में चबूतरा का निर्माण धान खरीदी के पहले पूरा करने के निर्देश सभी जनपद सीईओ को दिए हैं. उन्होंने कहा कि किसानों का धान खरीदी के लिए पंजीयन शत-प्रतिशत पूरा करें. उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट निर्माण की धीमी प्रगति पर गहरी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि नरवा, गुरवा, घुरवा, बारी शासन की महत्वाकांक्षी योजना है. इसमें लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
तकरीबन डेढ़ लाख किसानों का होना है पंजीयन
जिले में समर्थन मूल्य पर होने वाली धान खरीदी को लेकर के तकरीबन 1लाख 10 हजार किसानों ने अब तक पंजीयन कराया है. जिले में डेढ़ लाख किसानों का पंजीयन धान खरीदी के लिए किया जाना है. पिछले साल तकरीबन 20 हजार किसान पंजीयन से चूक गए थे. इस स्थिति में उन्हें मंडी में धान बेचना पड़ा था. इस व्यवस्था को इस साल दुरुस्त करते हुए जिला प्रशासन ने 1 महीने पहले ही कड़ी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं.