राजनांदगांव: दक्षिण एशिया के सबसे बड़े हैवीवेट इक्विपमेंट एक्सपो में राजनांदगांव जिले की दमयंती सोनी ने ऐसा दम दिखाया कि कंपनी के अधिकारी भी दांतों तले उंगली दबा बैठे. 57 साल की दमयंती ने एक्सपो में एक निजी कंपनी के बैकहो लोडर के सबसे एडवांस वर्जन को ऑपरेट किया. इस दौरान उसने कई करतब दिखाए. कंपनी ने दमयंती को इस एक्सपो में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया था. जहां उसने पुरुष ऑपरेटरों के मुकाबले कई ऐसे करतब दिखाए कि कंपनी के अधिकारी भी उनके मुरीद हो गए हैं.
ऐसी है दमयंती की कहानी
खैरझिटी निवासी दमयंती सोनी पेशे से जेसीबी ऑपरेटर है. अपने पति की मौत के बाद पिछले 5 वर्षों से दमयंती जेसीबी चलाकर अपने परिवार का पेट पाल रही है. जिस उम्र में महिलाएं घर में बैठकर आराम करती हैं और हाथ-पांव कांपते हैं. उस उम्र में दमयंती ने जेसीबी की स्टेरिंग संभाली है. जहां पर बैठकर वह अलग ही सुकून महसूस करती हैं. पति की मौत के बाद परिवार चलाना मुश्किल हो चुका था, तो दमयंती इस पेशे में आ गई और देखते ही देखते उसने महिला होते हुए भी वो कर दिखाया जो आमतौर पर महिलाएं नहीं कर सकती.
छत्तीसगढ़ में अकेली ऑपरेटर हैं दमयंती
छत्तीसगढ़ में बैकहो लोडर की महिला ऑपरेटर के रूप में दमयंती की अलग ही पहचान है. पूरे राज्य में दमयंती अकेली महिला है जो जेसीबी के अलग-अलग वर्जन के वाहनों को ऑपरेट कर सकती हैं. बता दें कि आमतौर पर पुरुषों को ही ऐसे वाहन ऑपरेट करते देखा जाता है, लेकिन महिला होते हुए भी दमयंती ने इस काम को मुमकिन कर दिखाया है.
पुरानी मशीन से शुरू किया था काम
दमयंती ने बताया कि अपने पति की मौत के बाद उनके सामने परिवार चलाने का संकट था. उनके घर पर एक पुरानी मशीन पड़ी हुई थी. सबसे पहले उस मशीन को उन्होंने चलाना सीखा और फिर उसे बेचकर नई मशीन खरीदी. तब से लेकर के आज तक दमयंती ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. लगातार नई-नई मशीनों को ऑपरेट करने का काम करते रहती हैं. वर्तमान में महिलाओं के लिए संदेश देते हुए दमयंती का कहना है कि महिलाओं के लिए कोई भी काम कठिन नहीं होता है. अगर कोई कहे कि यह काम कठिन है, तो उसे खुद करके देखिए ताकि आपको यह एहसास हो सके कि आप हर काम कर सकती हैं.