राजनांदगांव: डोंगरगांव थाना इलाके के जंतर गांव में गुरूवार को मासूम बच्चे के अपहरण के मामले में पुलिस ने आरोपी महिला यशोदा पोड़ा को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया. कोर्ट ने महिला को न्यायायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है. महिला पर आरोप है कि जंतर में घर के बाहर खेल रहे डेढ़ वर्षीय बच्चे को उठाकर अपने साथ ले जा रही थी. जिसे ग्रामीणों पकड़ा था. ग्रामीणों ने बताया था कि महिला सूने पन का फायदा उठाकर बच्चे को लेकर भाग रही थी.
ग्रामीणों ने महिला को पकड़कर बच्चे को उसके कब्जे से बचा लिया. जिसके घटना की खबर खेत में काम करने गए बच्चे के परिजनों को दी गई थी. परिजनों ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. महिला को भी पुलिस के हवाले कर दिया गया था. पुलिस मामले को हिरासत में लेकर मामले जांच कर रही थी. इसके अलावा महिला से भी प्रारंभिक पूछताछ हुई थी.
मामले में SDOP घनश्याम कामड़े ने बताया कि उक्त महिला जंतर से बच्चे को उठाकर अपहरण की नियत से ले जा रही थी. जिसे ग्रामीणों ने विफल कर दिया. मौके पर आरोपी महिला को पुलिस के हवाले किया था. उक्त घटना के बाद डोंगरगांव पुलिस ने इस महिला के संबंध में जो भी जानकारी हो वह देने की अपील की है ताकि अन्य गांव में इस प्रकार की घटना घटित ना हो और सभी सुरक्षित रहें.
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कोरोना काल में बेखौफ अपराधी
गुरूवार को ग्राम जंतर में घटित अपरहण की घटना के बाद से क्षेत्रवासियों में दहशत है. कोरोना काल में अनावश्यक आवाजाही में पूर्णत: प्रतिबंध है. सार्वजनिक यातायात के साधन बंद हैं. लेकिन बावजूद इसके बाहरी संदिग्धों का क्षेत्र में घूमने और आवागमन से प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.