खैरागढ़/राजनांदगांव: लॉकडाउन की वजह से अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिक धीरे-धीरे गृह राज्य की ओर लौट रहे हैं. वहीं खैरागढ़ क्षेत्र के लगभग सभी प्रवासी श्रमिक अपने गृह गांव लौट चुके हैं.
प्रशासनिक आंकड़ों के मुताबिक ब्लॉक में अब तक 5 हजार से अधिक लोग अपने गंतव्य तक पहुंच चुके है. जिसमें तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिक शामिल हैं. प्रशासन ने बाहर राज्यों से आने वाले श्रमिकों को कोरोना वायरस के बचाव के मद्देनजर सम्बंधित गावों के क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा हैं.
ETV भारत ने दिखाई थी प्रमुखता से खबर
क्वॉरेंटाइन सेंटर रह रहे मजदूरों के लिए प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्था में लापरवाही बरती जा रही थी. जिसको लेकर ETV भारत ने लगातार लापरवाही को उजागर किया था. महिलाओं के लिए खाने के उचित इंतजाम नहीं किए गए थे. साथ ही साफ-सफाई को लेकर महिलाओं ने नाराजगी जाहिर की थी. ETV भारत ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में अव्यवस्थाओं को लेकर प्रमुखता से खबर दिखाई थी.
132 गर्भवती महिलाओं की हुई कोरोना जांच
खबर दिखाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सावधानी बरतनी शुरू कर दी है और क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रह रहे मजदूरों के लिए खाना सहित अन्य प्रकार की व्यवस्था की गई है. यहीं वजह है कि, स्वास्थ्य विभाग ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे करीब 132 गर्भवती महिलाओं का सामान्य जांच केे साथ रैपिड सैंपल भी लिया है. साथ ही उनकी स्थित पर लगातार नजर रखी जा रही है.
14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन
बाहर राज्यों से आने वाले सभी श्रमिकों को 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. 14 दिनों की अवधि पूरा कर लेने के पश्चात उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है उसके बाद उन्हें घर भेजा जा रहा है.