राजनांदगांव : बीते 15 सालों से स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने में सेवारत स्वास्थ्य कर्मचारी अब 19 सितंबर से एक सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं. इसके संबंध में मंगलवार को संघ के पदाधिकारियों ने डोंगरगांव के बीएमओ को ज्ञापन सौंपा है. छत्तीसगढ़ प्रदेश NHM कर्मचारी संघ की ब्लॉक इकाई से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की घोषणा की थी, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है. ऐसे में प्रदेशभर के 13 हजार स्वास्थ्य संविदा कर्मचारी अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं.
पदाधिकारियों ने बताया कि इससे पहले भी 12 सितंबर को इसकी सूचना प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को प्रांतीय संघ के द्वारा दी गई थी, लेकिन उस मांग पर कोई विचार नहीं किए जाने के कारण NHM अधिकारियों-कर्मचारियों में असंतोष है. वे सभी आगामी 19 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
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बता दें कि स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यालयीन कार्यों में NHM अधिकारियों-कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है, जो कार्यालयों की सामान्य से लेकर अन्य सभी जानकारियां और रिकॉर्ड रखते हैं. साथ ही टीकाकरण और वर्तमान में कोविड-19 के विभिन्न व्यवस्थाओं में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. इन सभी के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवाओं के बुरी तरह प्रभावित होने के आसार हैं.
मांगों के पूरा नहीं होने से हड़ताल करने का फैसला
छत्तीसगढ़ प्रदेश NHM कर्मचारी संघ के बैनर तले यह आंदोलन किया जाएगा. कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणापत्र में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण का वादा किया था. घोषणापत्र के वादों को पूरा करते हुए नियमित पदों पर पहले से कार्यरत संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का समायोजन किया जाना चाहिए था, साथ ही अन्य संविदा पदों के नियमितीकरण की भी प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए थी, लेकिन वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग में 2 हजार 100 पदों पर नियमित भर्ती की जा रही है.