राजनांदगांव: पेगासस(Pegasus) और फोन टैपिंग का जिन्न छत्तीसगढ़ की सियासत में उबाल की वजह बन चुका है. राजनांदगांव में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पूर्व सीएम रमन सिंह (Former CM Raman Singh) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. फोन टैपिंग के मुद्दे पर महापौर हेमा देशमुख(Mayor Hema Deshmukh) के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता कोतवाली थाने(Kotwali Police Station Rajnandgaon) पहुंचे और रमन सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. इस दौरान हेमा देशमुख ने आरोप लगाया कि इजरायल की कंपनी की तरफ से तैयार किए गए पेगासस स्पाइवेयर को मोबाइल के कैमरे में डाला गया. इस कैमरे के जरिए लोगों की बातचीत टेप की जाती है.
महापौर यहीं नहीं रुकीं उन्होंने आरोप लगाया कि साल 2017 में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इजरायल से इस कंपनी के लोगों को छत्तीसगढ़ बुलाकर सॉफ्टवेयर का डेमो कराया था. महापौर ने कहा कि, हम जानना चाहते हैं कि रमन सिंह ने किन-किन लोगों के फोन टेप किए हैं. महापौर ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पर फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए. इस मामले में निजता का उल्लंघन के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग हेमा देशमुख ने की है.
पेगासस मामला: कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, जांच की मांग
कोतवाली थाने पहुंच कर दिए गए अपने ज्ञापन में कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने कहा कि, इजरायल की सर्विलांस कंपनी एनएसओ ग्रुप सॉफ्टवेयर पेगासस का उपयोग कर कई पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, राजनेताओं एवं प्रशासनिक अधिकारियों के फोन की टैपिंग की गई. जिसकी वजह से निजता के अधिकार का उल्लंघन हुआ है. पेगासस स्पाइवेयर इजरायली साइबर इंटेलिजेंस फर्म एनएसओ ग्रुप द्वारा बनाया गया है, जो निगरानी रखने का काम करता है. कांग्रेस का आरोप है कि इसी सॉफ्टवेयर के माध्यम से छत्तीसगढ़ के लोगों की फोन टैपिंग कराई गई है.