राजनांदगांवः खैरागढ़ विधानसभा के विधायक देवव्रत सिंह की आज देर रात हार्ट अटैक से मौत हो गई. जेसीसीजे के विधायक देवव्रत सिंह की अचानक उदयपुर में तबियत खराब हुई जिसके बाद उन्हें खैरागढ़ लाया गया. खैरागढ़ में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. देवव्रत सिंह खैरागढ़ राज परिवार के सदस्य थे.
उनकी अंतिम यात्रा में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे (Agriculture Minister Ravindra Choubey), पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (Former Chief Minister Dr. Raman Singh) और भाजपा-कांग्रेस के विधायक शामिल हुए. कमल विलास पैलेस खैरागढ़ से उनकी शव यात्रा निकाली गई जो नगर भ्रमण करते हुए मुक्तिधाम पहुंची.
देवव्रत सिंह तीन बार कांग्रेस के विधायक और एक बार कांग्रेस से राजनांदगांव लोकसभा से सांसद बने थे. साथ ही वर्तमान में वह जोगी कांग्रेस के विधायक थे. देवव्रत सिंह चार बार विधायक बने. जिनका आज देर रात हार्ड अटैक आने से मौत हो गई. राज परिवार के देवव्रत सिंह की मौत के बाद खैरागढ़ में शोक की लहर है और उनके अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है.
खैरागढ़ से JCCJ विधायक देवव्रत सिंह का हार्ट अटैक से निधन, शाम 4 बजे अंतिम संस्कार
दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
साथ ही खैरागढ़ के मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार हुआ. विधायक देवव्रत सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर (guard of Honour) दिया गया. उसके बाद विधायक देवव्रत सिंह पंचतंत्र में विलीन हो गए. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे (Agriculture Minister Ravindra Choubey) ने अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि देवव्रत सिंह का निधन बड़ी राजनीतिक क्षति है.
देवराज सिंह खैरागढ़ विधानसभा से चार बार विधायक निर्वाचित हुए थे. राजनांदगांव लोकसभा के एक बार सांसद भी रहे. देवव्रत सिंह भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अध्यक्ष रहे. साथ ही कई संसदीय समितियों के सदस्य (Member of Parliamentary Committees) भी रहे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़कर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी का दामन थाम लिया था.
वर्तमान में वह जेसीसीजे से खैरागढ़ के विधायक थे. राजघराने से ताल्लुक रखने वाले देवराज सिंह के आकस्मिक निधन से ना केवल खैरागढ़ बल्कि पूरे प्रदेश में शोक की लहर है. गार्ड ऑफ ऑनर (guard of Honour) के साथ देवव्रत सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए.