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राजनांदगांव: कोरोना से मौत के बाद मरीज के शव के प्रबंधन के लिए गाइडलाइन जारी

राजनांदगांव में कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद डेड बॉडी के अंतिम संस्कार के दौरान कई लोग संक्रमण का शिकार हो रहे हैं, इसे देखते हुए कलेक्टर टीके वर्मा ने कोरोना संक्रमित के शव के अंतिम संस्कार से पहले उसके प्रबंधन को लेकर गाइडलाइन जारी की है.

guidelines Corona patients dead body
कोरोना मरीज के शव के लिए गाइडलाइन
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Published : Jul 3, 2020, 3:28 PM IST

राजनांदगांव : कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं इस महामारी की चपेट में आकर होने वाली मौत के बाद भी डेड बॉडी के अंतिम संस्कार के दौरान भी कई लोग संक्रमण का शिकार हो रहे हैं, इसे देखते हुए कलेक्टर टीके वर्मा ने शव के अंतिम संस्कार से पहले उसके प्रबंधन को लेकर गाइडलाइन जारी की है.

कलेक्टर ने आदेश जारी कर साफ तौर पर कहा है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज की इलाज के दौरान मौत होने पर इलाज कर रहे डॉक्टर की ओर से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाए, जिस पर मृत्यु का कारण स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा. शव के अंतिम संस्कार के पहले सुरक्षात्मक तरीके से पैक करने का आदेश है.

बॉडी को पैक करने के समय पूरी तरह बरता जाएगा ऐतिहात

कलेक्टर के आदेशानुसार शव को पूरी तरह सैनिटाइज करते हुए पारदर्शी पॉलिथीन में पैक कर मृतक का नाम पता और मृत्यु का कारण सब बॉडी बैग में अलग से लिखना होगा. यहां तक की बॉडी पैक करने के बाद शव के ऊपर 1 प्रतिशत हाइपोक्लोराइट का छिड़काव भी करना होगा. कलेक्टर ने कहा है कि मृतक के शव को पैक करने से पहले विभागीय रजिस्टर में मृतक का नाम और पता स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाए और इसके बाद डबल लेयर जिप्ड बॉडी बैग में शव को पैक किया जाएगा.

पढ़ें:-कोरोना का खतरा: राजनांदगांव से डोंगरगांव अप-डाउन करने वालों को क्वॉरेंटाइन करने की मांग

बता दें कि कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद भी संक्रमण का खतरा बना रहता है. इसके चलते कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद शव के उचित प्रबंधन को लेकर के प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की है, ताकि मृतक के परिजन और संपर्क में आने वाले लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके. शासन -प्रशासन लगातार कोरोना के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए प्रयासरत है.

राजनांदगांव : कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं इस महामारी की चपेट में आकर होने वाली मौत के बाद भी डेड बॉडी के अंतिम संस्कार के दौरान भी कई लोग संक्रमण का शिकार हो रहे हैं, इसे देखते हुए कलेक्टर टीके वर्मा ने शव के अंतिम संस्कार से पहले उसके प्रबंधन को लेकर गाइडलाइन जारी की है.

कलेक्टर ने आदेश जारी कर साफ तौर पर कहा है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज की इलाज के दौरान मौत होने पर इलाज कर रहे डॉक्टर की ओर से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाए, जिस पर मृत्यु का कारण स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा. शव के अंतिम संस्कार के पहले सुरक्षात्मक तरीके से पैक करने का आदेश है.

बॉडी को पैक करने के समय पूरी तरह बरता जाएगा ऐतिहात

कलेक्टर के आदेशानुसार शव को पूरी तरह सैनिटाइज करते हुए पारदर्शी पॉलिथीन में पैक कर मृतक का नाम पता और मृत्यु का कारण सब बॉडी बैग में अलग से लिखना होगा. यहां तक की बॉडी पैक करने के बाद शव के ऊपर 1 प्रतिशत हाइपोक्लोराइट का छिड़काव भी करना होगा. कलेक्टर ने कहा है कि मृतक के शव को पैक करने से पहले विभागीय रजिस्टर में मृतक का नाम और पता स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाए और इसके बाद डबल लेयर जिप्ड बॉडी बैग में शव को पैक किया जाएगा.

पढ़ें:-कोरोना का खतरा: राजनांदगांव से डोंगरगांव अप-डाउन करने वालों को क्वॉरेंटाइन करने की मांग

बता दें कि कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद भी संक्रमण का खतरा बना रहता है. इसके चलते कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद शव के उचित प्रबंधन को लेकर के प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की है, ताकि मृतक के परिजन और संपर्क में आने वाले लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके. शासन -प्रशासन लगातार कोरोना के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए प्रयासरत है.

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