राजनांदगांवः जिले के खैरागढ़ नगर पालिका आम चुनाव (Khairagarh Municipality General Election) को लेकर गहमागहमी है. इसी के साथ राजनांदगांव के वार्ड क्रमांक 17 में उप-चुनाव भी होना है. इन दोनों चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों की ओर से तरकश संभालने शुरू कर दिए गए हैं. 20 दिसंबर को होने वाले मतदान को लेकर जहां प्रशासन की ओर से तैयारियां युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है वहीं राजनीतिक दलों (Political parties) की ओर से चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की दिशा लगातार रणनीतियों पर काम हो रहा है.
अभी तक होता रहा है उतार-चढ़ाव
राजनांदगांव के खैरागढ़ नगर पालिका में 20 वार्ड है. नगर पालिका की स्थापना (establishment of municipality) 2009 में हुआ था. तत्कालीन समय में भाजपा के विक्रांत सिंह अध्यक्ष थे. 2014-15 में संजय ताम्रकार 8 माह के लिए और 2015 में मीरा गुलाब चोपड़ा कांग्रेस से अध्यक्ष पद के लिए चयनित हुईं. नगर पालिका क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या 8786 है. जबकि पुरुष मतदाता 8308 चिन्हित हैं. नगर पालिका में मतदाताओं की कुल संख्या 17094 आंकी गई है.
बीजेपी का गढ़
खैरागढ़ नगर पालिका में निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों का पारा चढ़ चुका है. समर्थक और मतदाओं को लामबद्ध करने की जोर-आजमाइश तेज कर दी गई है. अभी से ही प्रत्याशियों के नाम भी तय करने का सिलसिला शुरू हो चुका है. नगर पालिका में पिछले चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई थी. कांग्रेस की मीरा गुलाब चोपड़ा खैरागढ़ अध्यक्ष पद पर काबिज हुई थीं. राजनीतिक समीकरण की बात की जाए तो खैरागढ़ नगर पालिका में शुरू से ही बीजेपी का दबदबा रहा है.
अधिक बार उसी के अध्यक्ष बने हैं. हालांकि पूर्व चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी थी. माना जा रहा है कि वर्तमान में कांग्रेस की सरकार प्रदेश में होने की वजह से इसका पूरा असर खैरागढ़ नगर पालिका चुनाव में देखने को मिलेगा.
बुनियादी जरूरतें रही हैं मांग
अगर नगर पालिका क्षेत्र में मुद्दों पर नजर डालें तो अभी तक विकास की कसौटी पर ही राजनीतिक दलों के सिर पर जीत का सेहरा सजा है. सड़क, बिजली, नाली, पानी आदि मूलभूत सुविधाएं ही लोगों की प्रमुख मांग रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि भले ही चुनाव में जीत का तस्वीर अभी तक कोसों दूर है लेकिन लोग अपनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ही संभावित प्रत्याशियों को अपना आशीर्वाद देंगे.