राजनांदगांव: शहर के हल्दी सुरगी मार्ग पर हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. यहां सड़क निर्माण की मांग अरसे से ग्रामीण कर रहे हैं. लेकिन उनकी मांगों को अनसुना कर दिया जा रहा है. इस बीच शनिवार 16 सितंबर को हल्दी सुरगी मार्ग पर एक सड़क हादसा हुआ. जिसमें एक ग्रामीण की मौत हो गई. उसके बाद लोगों ने सड़क की मरम्मत और मारे गए शख्स के परिवार को मुआवजा देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. लोगों ने सड़क पर चक्काजाम कर दिया.
सड़क किनारे पंडाल लगाकर किया गया चक्काजाम (Demand Of Road In Rajnandgaon): सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत से गुस्साए लोगों चक्काजाम किया. लोग सड़क निर्माण नहीं कराए जाने को हादसे की मुख्य वजह मान रहे थे. लोगों ने सड़क किनारे पंडाल लगाया और उसके बाद विरोध प्रदर्शन किया. यह चक्काजाम 8 घंटे तक चला. फिर प्रशासन के लोगों ने जब समझाया तो यह चक्काजाम खत्म हुआ. इस विरोध प्रदर्शन की वजह से हल्दी सुरगी गुंडरदेही मुख्य मार्ग जाम रहा.
ट्रक की टक्कर से हुई मौत: शनिवार को यहां अनुज साहू नाम के एक युवक की ट्रक की टक्कर से मौत हो गई. लोगों का कहना है कि सड़क की जर्जर स्थिति की वजह से हादसा हुआ. लोगों ने बताया कि सुरगी में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति भी बेहद खराब है. जिसकी वजह से अगर कभी हादसा होता है तो लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोगों के लंबे विरोध प्रदर्शन के बाद राजनांदगांव जिला प्रशासन भी हरकत में आया. लोगों को समझाइश दी गई. जिसके बाद लोग माने. तब जाकर 8 घंटे के बाद यह हल्ला बोल खत्म हुआ.
"कल एक सड़क दुर्घटना में ग्रामीण की मृत्यु हो गई. जिसको लेकर गांव वाले गुस्से में हैं. गांव वालों की मांग है कि सड़क जल्द बनाई जाए. इस संबंध हमने बताया है कि 16 करोड़ रुपए की स्वीकृति हुई है. जल्द ही सड़क निर्माण का काम किया जाएगा. इसके साथ ही मुआवजे की भी मांग की गई है. शासकीय प्रावधानों के तहत मुआवजा दिया जाएगा. स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी मांगें भी है. जिसे जल्द पूरा किया जाएगा": अरुण वर्मा, एसडीएम राजनांदगांव
भेंट मुलाकात में भी लोगों को मिला था भरोसा: सीएम भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात में इस इलाके में सड़क बनवाने की बात कह चुके हैं. हल्दी से कुम्हालोरी मार्ग तत्काल बनाए जाने की भी बात कही गई थी. इसके साथ ही एमबीबीएस डॉक्टर और एंबुलेंस की व्यवस्था की भी बात कही गई थी. लेकिन अब तक यह मांगें पूरी नहीं हो पाई है. अब देखना है कि जिला प्रशासन कब क्षेत्र के लोगों की मांगों को पूरा करता है.