राजनांदगांव : एक पुरानी कहावत है अपने ही घर में डाका. इस कहावत को सच कर दिखाया है राजनांदगांव सेंट्रल बैंक के एक कर्मचारी ने.जिसने अपने बैंक के 15 ग्राहकों के खातों से 2 करोड़ 32 लाख 17 हजार रुपए निकाल लिए.इसके बाद आरोपी ने इन पैसों को शेयर मार्केट में लगा दिया.लेकिन रातों रात करोड़पति बनने का सपना देखने वाले इस शख्स के होश तब उड़ गए जब ग्राहकों को इस बात की भनक लग गई.सभी ने खाते से पैसे निकाले जाने की शिकायत बैंक में की.जिसके बाद बैंक प्रबंधन ने आरोपी की शिकायत पुलिस से कर दी.जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेजा है.
कौन है आरोपी ? : ममता नगर गली नंबर 3 निवासी सिंगल विंडो ऑपरेटर सेंट्रल बैंककर्मी आदेशराज भावे ने ग्राहकों का ही पैसा निकाल लिया.आदेशराज ने 15 खातेदारों के खाते से 2 करोड़ 32 लाख 17 हजार रुपए निकाल कर उसे शेयर मार्केट में लगा दिया. इस मामले की सूचना राजनांदगांव सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की शाखा प्रबंधक ने कोतवाली थाने में दी.जिसके बाद पुलिस ने शातिर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
कैसे दिया वारदात को अंजाम ?: इस वारदात को अंजाम देने आरोपी ने अलग-अलग सिम लिए और उससे असली खाता धारकों के नंबर बदल लिए.इस दौरान आरोपी ने कुल 2 करोड़ 32 लाख 17 हजार रुपए निकाले.वहीं थोड़े दिन बाद 99 लाख 50 हजार रुपए अलग-अलग खातों में जमा भी कर दिए.लेकिन 1 करोड़ 33 लाख 2 हजार रुपए का घाटा आरोपी को शेयर मार्केट में लग गया.जिसके कारण वो पैसे जमा नहीं कर पाया.
''आरोपी ने खातेदारों के मोबाइल नंबर की जगह अपना मोबाइल नंबर डाला. इसके बाद आईएमपीएस के माध्यम से खातों से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए.जिसके बाद बैंक प्रबंधन की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया. पूरे मामले की जांच की जा रही है.'' राहुल देव शर्मा,एएसपी
कैसे खुला मामला ? : मामले का खुलासा तब हुआ जब आरोपी ने कुछ खातों में रुपए डाले. जिस पर बैंक ने एक साथ इतने सारे रुपए आने की तस्दीक की.जिसमें पता चला कि पैसे एक ही जगह से खातों में डाले गए हैं.जांच करने पर सारा मामला खुल गया.इसके बाद बैंक मैनेजर ने आरोपी के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायत की.जिस पर कोतवाली थाने में गबन का मामला दर्ज कर आरोपी को ज्यूडिशियल रिमांड पर कोर्ट में पेश किया गया.