रायपुर: राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विधानसभा उप चुनाव का शोर आज थम गया. खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में किसी राजनीतिक दल की आमसभा नहीं होगी और ना ही राजनीतिक दल रैली जुलूस निकाल सकेंगे. अब राजनीतिक दल सिर्फ डोर टू डोर प्रचार कर सकेंगे. उम्मीदवार घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर सकेंगे. खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने पूर्व विधायक कोमल जंघेल को उम्मीदवार बनाया है. जंघेल पिछले चुनाव में जेसीसीजे उम्मीदवार राजा देवव्रत सिंह से हार गए थे.इधर जेसीसीजे ने नरेंद्र सोनी पर भरोसा जताया है. सोनी पेशे से वकील हैं. कांग्रेस ने यशोदा वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है.
खैरागढ़ में 12 अप्रैल को मतदान: खैरागढ़ विधानसभा उप चुनाव के लिए 12 अप्रैल को मतदान होगा और 16 अप्रैल को मतगणना होगी. राजनांदगांव जिले की यह सीट खैरागढ़ सियासत के राजा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद खाली हुई है. खैरागढ़ में चुनावी शोर थमने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि हमें सरकार की योजनाओं और कार्यक्रम पर पूरा विश्वास है. हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत पर पूरा विश्वास है और खैरागढ़ की जनता पर विश्वास है जीत कांग्रेस की होगी
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में बघेल सरकार के लिए काम कर रहे अधिकारी- रामविचार नेताम
राजनीतिक दलों ने लगाई पूरी ताकत: इससे पूर्व यहां कांग्रेस बीजेपी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे )ने चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी है. सभी ने इस चुनाव के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया है. सभी के लिए चुनाव साख का सवाल है. जहां एक ओर कांग्रेस सत्ता में होने के कारण इस विधानसभा सीट पर जीत हासिल करना चाहती है. तो वहीं विपक्ष में बैठी भाजपा यहां जीत हासिल कर विधानसभा में अपना एक विधायक बढ़ाने की कोशिश कर रही है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) भी अपनी सीट को हासिल करने पूरा जोर लगा रही है. क्योंकि यहां से उनके दल के ही नेता विधायक चुनकर आए थे. उनके निधन के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है.
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव: शिवराज सिंह के शिकारी वाले बयान पर बघेल का पलटवार
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में अभी भी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है. यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. कांग्रेस, बीजेपी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के उम्मीदवार सभी ने जीत के लिए पूरी कोशिश की है. जहां एक और कांग्रेस ने खैरागढ़ को जिला बनाने का पासा फेंका है, तो वहीं बीजेपी यहां सरकार की योजनाओं का लाभ न मिलने का आरोप लगाते हुए सीट पर जीत हासिल करना चाहती है. वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) पुरानी सीट को जीतने के लिए सहानुभूति का सहारा ले रही है.
राजनांदगांव के कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी तारण प्रकाश सिन्हा के अनुसार खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए पुलिस और जिला प्रशासन ने तैयारियां कर ली है. खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में 12 मार्च को आचार संहिता लगा था 12 अप्रैल को मतदान है. 16 अप्रैल को मतगणना होगी. क्षेत्र क्रमांक 73 खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 21,1540 हैं. जिसमें महिला 10,525 एवं पुरूष मतदाता 10,6290 है. दिव्यांग मतदाता 690, 90 सेवा मतदाताओं की संख्या सभी को इलेक्ट्रानिक माध्यम से डाकमत जारी किये गए हैं. 18, 19 वर्ष के कुल मतदाता 3712 है. 80 वर्ष के अधिक उम्र के 1630 मतदाता हैं. कुल मतदान केन्द्र 283 एवं 8 सहायक मतदान केन्द्र हैं. वर्तमान में मतदान केन्द्र 18 शहरी क्षेत्र में तथा 227 ग्रामीण क्षेत्र में है.