राजनांदगांव : कांकेर के पखांजूर इलाके में हुए नक्सली हमले को लेकर चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. बीएसएफ के जवान ने बताया कि नक्सली जवानों पर करीब एक महीने से नजर बनाए हुए थे और गुरुवार को हमला कर दिया. जवान ने नेताओं पर नक्सलियों से साठगांठ का आरोप लगाया है.
बीएसएफ के जवान ने यह भी कहा कि, 'फोर्स नक्सलियों को सुधार सकती है बशर्ते नेता नक्सलियों के साथ साठगांठ न करें'.
क्या बताया चश्मदीद गवाह ने
घटना के चश्मदीद गवाह बीएसएफ के जवान विलियम कुजूर ने ईटीवी भारत से कहा कि कांकेर के अंदरूनी इलाकों में जवानों की अलग-अलग टुकड़ी अलग-अलग कामों के लिए तैनात की गई थी. जवानों की यह तैनाती अल्फा कंपनी की ओर से की गई थी. इस दौरान रोड प्रोटेक्शन के लिए जवानों की टुकड़ी लगातार घटनास्थल वाले इलाके में तैनात थी.
वे कहते हैं कि, 'नक्सलियों को इसकी पूरी जानकारी थी. वे तकरीबन 1 महीने से घात लगाकर फोर्स की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थे. जवानों के गतिविधियों पर नजर रखते हुए नक्सलियों ने एंबुश और आईडी लगाकर गुरुवार को जवानों की टुकड़ी पर हमला बोल दिया. इस दौरान दोनों ओर से लगातार फायरिंग होती रही. जहां फोर्स के 4 जवान शहीद हुए, वहीं नक्सलियों को भी नुकसान पहुंचा है.'
जवान ने कहा कि, 'नक्सली घायलों के शव नहीं छोड़ते इसके चलते फोर्स को अब तक किसी भी नक्सली की बॉडी नहीं मिल पाई है. हालांकि खून के धब्बे जरूर मिले हैं, जिससे ये स्पष्ट होता है कि फोर्स की जवाबी कार्रवाई में नक्सली भी घायल हुए हैं.'