राजनांदगांव: बीजेपी नेता पारुल जैन को जिला अध्यक्ष मधुसूदन यादव के साथ उलझना महंगा पड़ गया है. बीजेपी के जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व एल्डरमैन पारुल जैन को 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया है.
दरअसल, पार्टी कार्यालय में जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव कुछ नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे. इस दौरान बैठक के बीच में ही पारुल जैन जिलाध्यक्ष यादव से कई तरह के सवाल-जवाब करने लगी और मना करने के बाद भी नहीं मानी. इस दौरान लगातार भड़ास निकालते हुए पारुल पार्टी की दूसरी महिला के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द भी कहने लगी. वहीं ये बात भी सामने आई है कि यादव पर वह लगातार सफाई का ठेका दिलाने का दबाव बनाए हुई थी. जिसमें बीजेपी के आधा दर्जन दूसरे नेताओं को कांग्रेस शासित निगम से ठेका मिला. यहीं बात पारुल जैन को रास नहीं आईऔर जिलाध्यक्ष से भिड़ गई.
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पार्टी से 6 साल के लिए बाहर
बहस के बाद संगठन ने इस कड़ा रुख अख्तियार करते हुए पारुल जैन को बाहर का रास्ता दिखा दिया. जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने घटनाक्रम के कुछ घंटों के भीतर ही 6 साल के लिए जैन को पार्टी से बर्खास्त करने का फरमान जारी किया. इधर, इस संबंध में पारुल जैन का कहना है कि बिना नोटिस उन्हें बाहर करने की जानकारी मिली है. पारुल जैन ने कहा कि लिखित में नोटिस मिलने के बाद प्रदेश संगठन के समक्ष अपनी स्थिति को लेकर जानकारी देगी. मामले में जिला अध्यक्ष मधुसूदन यादव का कहना है कि किसी भी कार्यकर्ता को अपनी मर्यादा का पालन करना होगा और ऐसा नहीं करने पर उन पर पार्टी की तरफ से कार्रवाई की जाएगी.