डोंगरगढ़: नवरात्रि के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनांदगांव जिले के धर्म नगरी डोंगरगढ़ में विराजमान माता बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए डोंगरगढ़ पहुंचे. उन्होंने माता रानी के दरबार में माथा टेककर प्रदेश की खुशहाली और विकास की कामना की. डोंगरगढ़ में मीडिया से चर्चा करते हुए भूपेश बघेल ने भाजपा नेता सरोज पांडेय के बयान पर (Bhupesh Baghel takes a jibe at Raman) चुटकी ली.
भूपेश बघेल का रमन सिंह पर तंज: भूपेश बघेल ने कहा कि '' सरोज पांडेय डॉ रमन सिंह का विरोध नहीं कर सकतीं इसलिए उन्होंने मेरे माध्यम से रमन सिंह की आलोचना की है. मुझे यह स्वीकारने में जरा भी गुरेज नहीं है कि प्रदेश की सड़कें खस्ताहाल है. मैंने खुद ही रायगढ़, कोरबा और जशपुर की सड़कों के बारे में कहा है कि यहां मरम्मत की जरूरत है. 15 साल से भाजपा की सरकार रही. जनता ने उन्हें बार बार मौका दिया. फिर भी सड़कों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. रमन सिंह सड़कें अच्छी बनाते तो यह स्थिति ही उत्पन्न नहीं होती.''
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का मुद्दा फिर गरमाया, भाजपा ने भूपेश सरकार पर साधा निशाना
भूपेश ने शराबबंदी पर रमन को घेरा: शराबबंदी पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ''पहले रमन सिंह जी बताएं कि उन्होंने शराबबंदी क्यों नहीं की? उन्होंने कहा था कि सभी आदिवासी परिवार को सरकारी नौकरी देंगे, क्यों नहीं दी गई? उन्होंने कहा था कि 21 सौ रुपए में क्विंटल में धान खरीदी करेंगे क्यों नहीं की गई? 15 साल जनता ने उन्हें मौका दिया लेकिन वह अपने वादों से मुकर गए. वहीं चिटफंड कंपनी में राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर में घूम घूम कर पूरा परिवार ब्रांड एंबेसडर बना हुआ था. चिट फंड कंपनी में निवेश करने वाले लाखों परिवार के कई हजार करोड़ों रुपए डूब गए. रमन सिंह ने किस आधार पर उनके पैसे जमा करवाया था. क्यों पैसा वापस नहीं करवाया गया?