राजनांदगांव: कोविड-19 संक्रमण के कारण जिले में लॉकडाउन है. कोरोना की दूसरी लहर में इस बार भी कोरोना वॉरियर्स आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका अपना फर्ज ईमानदारी से निभा रही हैं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता महामारी के बीच तपती धूप में घर-घर जाकर रेडी-टू-ईट फूड बांट रही हैं. जमीनी स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों में महिला और बाल विकास विभाग की टीम न केवल माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रख रही हैं. साथ ही ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के लिए भी जागरूक कर रही है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ग्रामीणों को मास्क लगाने, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने की समझाइश दे रही हैं. गर्भवतियों को पौष्टिक आहार के संबंध में जानकारी भी दी रही हैं.
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कोरोना पॉजिटिव मरीजों का कर रहीं कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग
शहरी लालबाग क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गीता आहूजा ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं ग्रामीण क्षेत्रों में सर्दी, खांसी और बुखार वाले मरीजों का डोर-टू-डोर सर्वे कर रही हैं. वहीं कोरोना पॉजिटिव मरीजों का कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी कर रही हैं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एक सजग कार्यकर्ता के रूप में ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए जागरूक कर रही हैं.
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राजनांदगावं में 90 प्रतिशत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लगा टीका
महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी रेणु प्रकाश ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी ड्यूटी पर तैनात हैं. अभी तक 90 प्रतिशत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को वैक्सीन लग चुकी है. वे फील्ड में जाकर माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रख रही हैं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी काम के दौरान कोरोना संक्रमित हुई हैं. लेकिन उनका काम के प्रति जज्बा कम नहीं हुआ है. अधिकांश कार्यकर्ता होम आइसोलेशन में ही स्वस्थ हुई हैं. जिसकी एक वजह वैक्सीनेशन भी है.