राजनांदगांव: नगर निगम के मौजूदा नामांकित पार्षदों यानी एल्डरमैन के लिए राहत की खबर है. राज्य सरकार ने निकाय चुनाव से पहले एल्डरमैन नियुक्त हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को पद से हटाने के बजाय यथावत रखने का सैद्धांतिक फैसला किया है.
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सितंबर 2019 में कांग्रेस सरकार ने निगम में 7 कार्यकर्ताओं को एल्डरमैन मनोनीत किया था. निकायों में कांग्रेस की बंपर जीत के बाद से एल्डरमैन की नए सिरे से मनोनयन होने की सुगबुगाहट चल रही थी. बताया जाता है कि मौजूदा एल्डरमैन नई नियुक्ति होने से पेशोपेश में थे. उनमें पद से हटाने की खबर से नाराजगी बढ़ रही थी. पार्टी भी निकायों में इन पदों पर नई नियुक्ति करने पर सोच-विचार कर रही थी. पिछले साल सरकार ने राजनांदगांव निगम में झम्मन देवांगन, हेमू सोनी, एजाजुर रहमान समेत कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को एल्डरमैन पद से नवाजा था. बताया जाता है कि इस पद को हथियाने के लिए कांग्रेस में जोरशोर से उठापटक भी शुरू हो गई थी. राज्य सरकार ने अपने निर्णय में यह तय किया है कि जिन निकायों में नियुक्ति हो चुकी है वहां पहले एल्डरमैन ही काम करेंगे.
नेताओं ने दिया एल्डरमैन नहीं बदलने पर जोर
प्रभारी मंत्री मो. अकबर ने व्यक्तिगत रूचि लेकर राजनांदगांव नगर निगम में एल्डरमैन को यथावत रखने पर जोर दिया था. उन्होंने नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया से इस विषय पर चर्चा भी थी. बताया जा रहा है कि मेयर हेमा देशमुख ने भी एल्डरमैन को नहीं बदलने का सरकार से आग्रह किया था. प्रभारी मंत्री और मेयर की राय को तवज्जो देते हुए सरकार ने मौजूदा पार्षदों के कार्यकाल को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है.
एल्डरमैन के 2 पद खाली
इस संबंध में महापौर हेमा देशमुख ने बताया कि सरकार के निर्णय में राजनांदगांव नगर निगम के एल्डरमैन नहीं बदले जाएंगे. इसके लिए आदेश जल्द ही जारी होंगे. इधर नगर निगम के वार्डों की संख्या के अनुपात सरकार को 8 एल्डरमैन नियुक्त करने का अधिकार है, जिसमें 7 एल्डरमैनों की नियुक्ति हो चुकी है. एक पद अभी भी रिक्त है. इस साल हुए निकाय चुनाव में एल्डरमैन रहते हुए गामेन्द्र नेताम पार्षद चुने गए. नेताम के त्यागपत्र देने के बाद नगर निगम में दो पद खाली हो जाएंगे. इन पदों पर भी सरकार मनोनयन करेगी.