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नवजात की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा, कार्रवाई की मांग कर रहे परिजन

राजनांदगांव के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डिलिवरी के दौरान एक नवजात की मौत हो गई. इस पर परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया है. साथ ही डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

After the death of the newborn the family accused the doctors of negligence
नवजात की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप,
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Published : Feb 11, 2020, 9:52 AM IST

राजनांदगांव: मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत हो जाने के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया है. वहीं प्रभारी अधीक्षक सीएस मोहोबे के काफी समझाने के बाद परिजन शांत तो हुए लेकिन डॉक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.

नवजात की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप

रविवार की सुबह करीब 8 बजे पथरी की भुवनेश्वरी वर्मा मेडिकल कालेज अस्पताल के मातृ-शिशु ब्लॉक में भर्ती हुई थी. भुवनेश्वरी को डॉक्टरों ने नार्मल डिलिवरी करने के लिए इंतजार करने की सलाह दी थी. भुवनेश्वरी के लगातार मांग करने के बाद भी डॉक्टर नार्मल डिलीवरी करने पर ही अड़े रहे. करीब 30 घंटे बाद सोमवार की दोपहर करीब 2 बजे डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर भुवनेश्वरी की डिलिवरी करवायी. लेकिन भुवनेश्वरी के गर्भ से मृत अवस्था में बच्चे का जन्म हुआ. नवजात के मृत होने की खबर के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया.

डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
परिजनों के साथ अस्पताल पहुंचे ग्रामीणों ने भुवनेश्वरी की डिलीवरी करने वाले डॉक्टरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है. भुवनेश्वरी के पति लोभन का आरोप है कि उसने पहले ही ऑपरेशन कर डिलीवरी करने की मांग की थी. लेकिन डॉक्टरों ने दो दिन तक इंतजार करने का आश्वासन दिया. इस बीच भुवनेश्वरी कई बार दर्द से पीड़ित भी हुई इसके बावजूद भी डॉक्टरों ने आपरेशन करने में देरी की.

दूसरी तरफ डॉक्टरों का कहना है कि भुवनेश्वरी का गर्भ 10 महीने का था. बीपी हाई होने और शिशु की पोजीशन सही नहीं होने की वजह से वह उसे बचा नहीं पाए. लेकिन परिजन डॉक्टरों की एक भी नहीं सुन रहे हैं और अस्पताल प्रशासन से डॉक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.

पढ़े: डाॅ. खूबचन्दं बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के हितग्राही अब निजी अस्पताल में भी करा सकेंगे इलाज

विभागीय जांच होगी
इस मामले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर महोबे का कहना है कि 'डिलिवरी के दौरान कई तरीके के कॉम्प्लिकेशन होते हैं. परिजनों से इस मामले को लेकर आवेदन मांगा गया है. आवेदन मिलने के बाद मामले में विभागीय जांच होगी और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.'

राजनांदगांव: मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत हो जाने के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया है. वहीं प्रभारी अधीक्षक सीएस मोहोबे के काफी समझाने के बाद परिजन शांत तो हुए लेकिन डॉक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.

नवजात की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप

रविवार की सुबह करीब 8 बजे पथरी की भुवनेश्वरी वर्मा मेडिकल कालेज अस्पताल के मातृ-शिशु ब्लॉक में भर्ती हुई थी. भुवनेश्वरी को डॉक्टरों ने नार्मल डिलिवरी करने के लिए इंतजार करने की सलाह दी थी. भुवनेश्वरी के लगातार मांग करने के बाद भी डॉक्टर नार्मल डिलीवरी करने पर ही अड़े रहे. करीब 30 घंटे बाद सोमवार की दोपहर करीब 2 बजे डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर भुवनेश्वरी की डिलिवरी करवायी. लेकिन भुवनेश्वरी के गर्भ से मृत अवस्था में बच्चे का जन्म हुआ. नवजात के मृत होने की खबर के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया.

डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
परिजनों के साथ अस्पताल पहुंचे ग्रामीणों ने भुवनेश्वरी की डिलीवरी करने वाले डॉक्टरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है. भुवनेश्वरी के पति लोभन का आरोप है कि उसने पहले ही ऑपरेशन कर डिलीवरी करने की मांग की थी. लेकिन डॉक्टरों ने दो दिन तक इंतजार करने का आश्वासन दिया. इस बीच भुवनेश्वरी कई बार दर्द से पीड़ित भी हुई इसके बावजूद भी डॉक्टरों ने आपरेशन करने में देरी की.

दूसरी तरफ डॉक्टरों का कहना है कि भुवनेश्वरी का गर्भ 10 महीने का था. बीपी हाई होने और शिशु की पोजीशन सही नहीं होने की वजह से वह उसे बचा नहीं पाए. लेकिन परिजन डॉक्टरों की एक भी नहीं सुन रहे हैं और अस्पताल प्रशासन से डॉक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.

पढ़े: डाॅ. खूबचन्दं बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के हितग्राही अब निजी अस्पताल में भी करा सकेंगे इलाज

विभागीय जांच होगी
इस मामले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर महोबे का कहना है कि 'डिलिवरी के दौरान कई तरीके के कॉम्प्लिकेशन होते हैं. परिजनों से इस मामले को लेकर आवेदन मांगा गया है. आवेदन मिलने के बाद मामले में विभागीय जांच होगी और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.'

Intro:राजनांदगांव। मेडिकल कालेज अस्पताल में डाक्टरों की लापरवाही से डिलीवरी के दौरान
नवजात की मौत हो गई। नवजात की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। प्रभारी अधीक्षक सीएस मोहोबे की समझाइस के बाद परिजन शांत तो हो गए लेकिन लापरवाह डाक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।

Body:रविवार की सुबह करीब 8 बजे पथरी की भुवनेश्वरी पति लोभन वर्मा मेडिकल कालेज अस्पताल के मातृ-शिशु ब्लाक में भर्ती हुई थी। भुवनेश्वरी को डाक्टरों ने नार्मल डिलिवरी करने के लिए इंतजार करने की सलाह दी। भुवनेश्वरी के लगातार मांग करने के बाद भी डाक्टर नार्मल डिलीवरी करने पर ही अड़े रहे। करीब 30 घंटे बाद सोमवार की दोपहर करीब दो बजे डाक्टरों ने
ऑपरेशन कर भुवनेश्वरी की डिलिवरी करवाई लेकिन भुवनेश्वरी के गर्भ से मृत अवस्था में लड़की का जन्म हुआ। नवजात के मृत होने की खबर के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। डाक्टरों की समझाइस के बाद परिजन कानूनी कार्रवाई करने की मांग पर शांत हुए।

0 डाक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप

परिजनों के साथ अस्पताल पहुंचे ग्रामीणों ने भुवनेश्वरी की डिलीवरी करने वाले डाक्टरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है। भुवनेश्वरी के पति लोभन का आरोप है कि उसने पहले आपरेशन कर डिलीवरी करने की मांग की थी।
लेकिन डाक्टरों ने दो दिन तक इंतजार करने का आश्वासन दिया। इस बीच भुवनेश्वरी कई बार दर्द से पीड़ित भी हुई इसके बावजूद भी डाक्टरों ने
आपरेशन करने में देरी की। दूसरी तरफ डाक्टरों का कहना है कि भुवनेश्वरी का गर्भ 10 महीने का था बीपी हाई होने और शिशु की पोजीशन सही नही होने की वजह से वह उसे बचा नही पाए हैं। डाक्टर चाहे जो भी दलील दें परिजन
अस्पताल प्रशासन से डाक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।

Conclusion:विभागीय जांच होगी

इस मामले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर महोबे का कहना है कि डिलीवरी के दौरान कई तरीके के कॉम्प्लिकेशन होते हैं? परिजनों से इस मामले को लेकर के आवेदन मांगा गया है। आवेदन मिलने के बाद इस मामले में विभागीय जांच होगी और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Bite चंद्रशेखर महोबे अधीक्षक मेडिकल कॉलेज अस्पताल

Bite लोभन वर्मा नवजात का पिता
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