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राजनांदगांव: कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी कोविड अस्पताल में एडमिट नहीं हुए CMO !

राजनांदगांव के डोंगरगांव में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के 24 घंटे बाद भी नगर पंचायत सीएमओ को कोविड अस्पताल शिफ्ट नहीं किया गया. इस मामले में बीएमओ ने बताया कि सीएमओ को रविवार को ही हॉस्पिटल में शिफ्ट होने के लिए कहा गया था, लेकिन वे लगातार मना करते रहे.

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Published : Sep 1, 2020, 12:48 PM IST

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कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी राजनांदगांव के सीएमओ नहीं हुए एडमिट

राजनांदगांव: जिले से अक्सर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की खबरे सामने आती रही हैं. ताजा मामला डोंगरगांव का है, जहां कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के 24 घंटे बाद भी नगर पंचायत सीएमओ को कोविड अस्पताल शिफ्ट नहीं किया गया. मामले में जनप्रतिनिधियों के दखल के बाद स्वास्थ्य विभाग उन्हें कोविड अस्पताल ले जाने सीएमओ आवास पहुंचा, लेकिन आवास पर ताला लटका मिला.

कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी राजनांदगांव के सीएमओ नहीं हुए एडमिट

दरअसल, पॉजिटिव रिपोर्ट आने से कुछ घंटे पहले ही नगर के बाजार एरिया में व्यापारियों और सीएमओ के बीच किसी मामले में विवाद की बात भी सामने आई थी. रविवार को पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें कोविड अस्पताल में शिफ्ट करने के बजाए घर पर ही रहने की छूट दे दी.

हॉस्पिटल में शिफ्ट होने से CMO ने किया इनकार

इस मामले में बीएमओ ने बताया कि सीएमओ को रविवार को ही हॉस्पिटल में शिफ्ट होने के लिए कहा गया था, लेकिन वे लगातार मना करते रहे. इसे लेकर बीएमओ ने उच्चाधिकारियों को उचित कार्रवाई के लिए सूचना प्रेषित करने की बात कही है.

पत्नी की रिपोर्ट आई नेगेटिव

सीएमओ के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद सोमवार सुबह उनकी पत्नी ने प्राइमरी कांटेक्ट के आधार पर रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया, जिसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई.

इस मामले में क्षेत्र के पार्षद ने कहा कि सीएमओ जैसे जिम्मेदार पद पर होने के बावजूद इस तरह का रवैया लापरवाही की श्रेणी में आता है. उन्होंने कहा कि सामान्य मरीजों को तत्काल ही कोविड अस्पताल में बगैर किसी सुविधा के शिफ्ट कर दिया जाता है, लेकिन सीएमओ की मनमानी को देखकर भी स्वास्थ्य अमला बिल्कुल सर्तक नहीं है.

राजनांदगांव: जिले से अक्सर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की खबरे सामने आती रही हैं. ताजा मामला डोंगरगांव का है, जहां कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के 24 घंटे बाद भी नगर पंचायत सीएमओ को कोविड अस्पताल शिफ्ट नहीं किया गया. मामले में जनप्रतिनिधियों के दखल के बाद स्वास्थ्य विभाग उन्हें कोविड अस्पताल ले जाने सीएमओ आवास पहुंचा, लेकिन आवास पर ताला लटका मिला.

कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी राजनांदगांव के सीएमओ नहीं हुए एडमिट

दरअसल, पॉजिटिव रिपोर्ट आने से कुछ घंटे पहले ही नगर के बाजार एरिया में व्यापारियों और सीएमओ के बीच किसी मामले में विवाद की बात भी सामने आई थी. रविवार को पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें कोविड अस्पताल में शिफ्ट करने के बजाए घर पर ही रहने की छूट दे दी.

हॉस्पिटल में शिफ्ट होने से CMO ने किया इनकार

इस मामले में बीएमओ ने बताया कि सीएमओ को रविवार को ही हॉस्पिटल में शिफ्ट होने के लिए कहा गया था, लेकिन वे लगातार मना करते रहे. इसे लेकर बीएमओ ने उच्चाधिकारियों को उचित कार्रवाई के लिए सूचना प्रेषित करने की बात कही है.

पत्नी की रिपोर्ट आई नेगेटिव

सीएमओ के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद सोमवार सुबह उनकी पत्नी ने प्राइमरी कांटेक्ट के आधार पर रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया, जिसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई.

इस मामले में क्षेत्र के पार्षद ने कहा कि सीएमओ जैसे जिम्मेदार पद पर होने के बावजूद इस तरह का रवैया लापरवाही की श्रेणी में आता है. उन्होंने कहा कि सामान्य मरीजों को तत्काल ही कोविड अस्पताल में बगैर किसी सुविधा के शिफ्ट कर दिया जाता है, लेकिन सीएमओ की मनमानी को देखकर भी स्वास्थ्य अमला बिल्कुल सर्तक नहीं है.

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