राजनांदगांव : शुभम हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है. जिले के मॉडल शुभम नामदेव की हत्या का सीधा संबंध रुपयों के लेन-देन और प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है. आरोपियों के नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग टेस्ट के आधार पर कई सुराग मिले हैं. इन सुरागों के आधार पर पुलिस 3 साल पुराने इस हत्याकांड के आरोपियों तक पहुंच पाई.
लालबाग थाना के पेंड्री में 10 सितंबर 2018 को शुभम नामदेव की हत्या धारदार हथियार से गला रेतकर कर दी गई थी. तब से लेकर आज तक इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस लगी रही. तकरीबन 3 साल पुराने इस हत्याकांड में आरोपियों को पकड़ने में पुलिस के पसीने छूट गए थे, आखिरकार कोर्ट से आरोपियों के नार्को टेस्ट की अनुमति मिलने के बाद पुलिस का रास्ता साफ हो गया. पुलिस ने आरोपियों से नार्को टेस्ट के बाद कई ऐसे सुराग जुटाए, जिससे इस हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली.
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प्लानिंग से की थी हत्या
मृतक शुभम नामदेव को आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से कॉल करके पेंड्री बुलाया था. शराब पीने के बहाने उसे कार से उतारा और आरोपी मुंकू नेपाली, गोलू मारवाड़ी और मेधा तिवारी ने उसकी हत्या कर दी. मुंकू नेपाली ने धारदार हथियार से उसके गले में वार किया. शुभम अपनी जान बचाकर अपनी कार से वहां से भागा और पेंड्री चौक पर उसने दम तोड़ दिया.
प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला
मुंकू नेपाली की गर्लफ्रेंड मेधा तिवारी से शुभम नामदेव फोन और वाट्सएप के जरिये नजदीकियां बढ़ा रहा था. जिसे लेकर मुंकू नेपाली (नितिन लिम्बु) नाराज था. शुभम नामदेव के पिता से मुंकू नेपाली ने 5 लाख रुपये लिए थे. ये पांच लाख मुंकू नेपाली ने शुभम नामदेव और उसके पिता रावेंद्र नामदेव को जेल से छुड़वाने के लिए थे. रावेंद्र नामदेव रेप केस में जेल में था. उस समय जेल से छुड़ाने के लिए मुंकू ने 5 लाख रुपये लिए थे.
पहले भी दर्ज है कई मामले
मुंकू नेपाली पर हत्या और हत्या के प्रयास का कई मामले शहर के थानों में चल रहा है. पैसा और प्रेम प्रसंग के मामले में एक युवक की हत्या की गई. आरोपी की गर्लफ्रेंड भी इस हत्या में शामिल थी.