राजनांदगांव: ग्राम चिचोला के लाल माटी जलाशय में मछली पकड़ने गए 13 लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. बाकी 11 लोग घायल हुए हैं. घायलों का इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छुरिया में भर्ती किया गया है. हादसे में झुलसे एक व्यक्ति की स्थिति नाजुक है. मछली पकड़ने वाले सभी रामपुर गांव के रहने वाले हैं.
ये सभी मंगलवार सुबह मछली पकड़ने के लिए लाल माटी जलाशय गए हुए थे. इस दौरान बारिश होने पर एक झोपड़ी में बारिश से बचने के लिए आश्रय लिया. इसी बीच अचानक झोपड़ी पर आकाशीय बिजली गिरी, जिसकी चपेट में आने से मौके पर ही 2 लोगों की मौत हो गई. बाकी 11 लोग झुलस गए. घटना के बाद से आसपास के इलाकों के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
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घायलों का उपचार जारी
घटना की जानकारी लगने के बाद डायल 112 के जरिए घायलों को अस्पताल शिफ्ट किया गया. खबर लिखे जाने तक घटना स्थल पर मत्स्य विभाग का कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा था. अफसरों के नहीं पहुंचने से गांव के लोगों में भी आक्रोश का माहौल है.
आकाशीय बिजली से बचाव के तरीके
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने आकाशीय बिजली (जिसे गाज भी कहा जाता है) से बचने के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इसकी चपेट में ज्यादातर खेतों में काम करने वाले किसान या खुले में काम करने वाले लोग आते हैं. आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि आकाशीय बिजली गिरने के दौरान या उससे पहले थोड़ी समझदारी से काम लिया जाए, तो उससे बचा जा सकता है.
बारिश के मौसम में बरतें सावधानी
- जब बिजली तेज कड़क रही हो, तो पेड़ों के नीचे नहीं खड़ा होना चाहिए.
- बिजली के खंभों के आसपास नहीं खड़ा होना चाहिए.
- खेत में यदि कोई हो तो कोशिश करें कि सूखे स्थान पर चले जाएं.
- उकड़ू बैठकर दोनों घुटनों को जोड़कर सिर झुकाकर बैठना चाहिए.
- लोहे समेत धातु से बने सामान, साइकिल, ऊंची बिल्डिंग से दूर रहना चाहिए.