जबलपुर। मेडिकल कॉलेज सुपर स्पेशलिस्ट (Medical College Super Specialist) के डायरेक्टर डॉ वाईआर यादव मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के पहले न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (NSI) के अध्यक्ष बने, उन्होंने हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में न्यूरो सर्जन डॉक्टर मुथु कुमार को हराकर यह पद हासिल किया है. वर्तमान में डॉक्टर वाई.आर यादव नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के डायरेक्टर भी हैं. डॉक्टर वाईआर यादव के कारण न्यूरो एंडोस्कोपी में शहर की एक अलग ही पहचान है.
पीड़ित मानवता की सेवा सबसे बड़ा धर्म
19वें एमपी-सीजी न्यूरोकान-2021 के उद्घाटन कार्यक्रम में देश विदेश से जबलपुर आए न्यूरोसर्जन और न्यूरोलॉजिस्ट ने कहा की पीड़ित मानवता की सेवा के लिए चिकित्सीय कार्य से बड़ा कोई दूसरा कार्य नहीं है. पीड़ित सब कुछ भूल सकता है, लेकिन जिस चिकित्सक ने उसे पीड़ा से राहत दिलाई उसे वह हर समय याद रखता है. कोरोना काल में खुद की जान को जोखिम में डालकर चिकित्सकों ने अपनी टीम के साथ जो परिश्रम किया वह अनुकरणीय है.
साल 1951 में स्थापित NSI का अध्यक्ष अपने क्षेत्र में शैक्षणिक उपलब्धियों एवं नवाचार के लिए चुना जाता है, डॉ यादव को न्यूरो एंडोस्कोपी, न्यूरो इंटरवेंशन, सर्जरी और उन्नत सुविधाओं के साथ न्यूरो सर्जरी विभाग की स्थापना का श्रेय भी जाता है.
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ऐसे मुकाम हासिल करते गए डॉक्टर यादव
वाईआर यादव ने सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज (NSCBMC) में आने के बाद संस्थान को न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में एक अलग ही पहचान दिलाई. न्यूरो सर्जरी विभाग को स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा भी दिलाया. वहीं मरीजों के उपचार में संसाधनों की कमी की परेशानी को देखते हुए नई और सस्ती ट्यूबलर ब्रेन रिट्रेक्टर एवं एक सेमीसर्कल रिट्रेक्टर (Semi-Circular Retractor) इजाद किया. विधा की उन्नति के लिए कई ओरेसन्स शुरू किए इसमें अब तक देश के नामी न्यूरो सर्जन के 9 ओरेसन्स हो चुके हैं.