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सावधान ! पुलिस के 'रडार' पर हैं आप, ओवर स्पीड पर कटेगा चालान

यातायात पुलिस को पुलिस मुख्यालय से दो स्पीड रडार दिए गए हैं, जो एक किलोमीटर के दायरे में तेज बाइक चलाने वालों को खोज निकालेंगे. अब तक यातायात विभाग की तरफ से 75 ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की गई है, जो तेज रफ्तार गाड़ी चलाते पाए गए थे.

तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने की कवायद
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Published : Nov 6, 2019, 2:06 PM IST

Updated : Nov 6, 2019, 3:27 PM IST

रायपुर: सड़कों पर आप अगर तेज स्पीड से बाइक चलाने का शौक रखते हैं, तो सावधान हो जाइए. क्योंकि अब आप ट्रैफिक पुलिस के रडार पर हैं.

यातायात पुलिस को पुलिस मुख्यालय से दो स्पीड रडार दिए गए हैं, जो एक किलोमीटर के दायरे में तेज बाइक चलाने वालों को खोज निकालेंगे. तेलीबांधा और पचपेड़ी नाका यातायात विभाग को स्पीड रडार मिल चुके हैं. स्पीड रडार यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं. अब तक यातायात विभाग द्वारा 75 ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की गई है, जो तेज रफ्तार गाड़ी चलाते पाए गए थे.

तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने की कवायद

इस तरह से काम करता है रडार

  • पुलिस तेज रफ्तार में बाइक और गाड़ी चलाने वालों को उसी समय पकड़ सकती है. क्योंकि रडार की स्क्रीन पर गाड़ी नंबर और वाहन मालिका का नाम डिस्पले हो जाता है
  • पुलिस को दो ही स्पीड राडार मशीन मिली है. मशीन में हाईटेक कैमरा और लेजर सिस्टम लगा हुआ है. रडार करीब एक किलोमीटर के दायरे में हाई स्पीड वाहनों का पता लगाता है.
  • इसमें वीडियो रिकॉर्डिंग सुविधा के साथ फोटो खींचने का भी विकल्प है. साथ ही इस स्पीड रडार में जीपीएस सिस्टम भी लगा हुआ है, जो गाड़ियों का लोकेशन भी बताता है.
  • मशीन से आटोमेटिक प्रिंट निकलता है. जिसमें गाड़ी की रफ्तार लोकेशन नंबर मालिक का नाम तारीख और समय लिखा होता है.
  • पुलिस मुख्यालय से दो मशीनें मिलने के बाद इसे इंटरसेप्टर व्हीकल में लगाकर ट्रायल भी शुरू कर दिया गया है. इसके लिए ट्रैफिक के जवानों को मशीन चलाने की ट्रेनिंग भी दी गई है.
  • पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्पीड राडार मशीन में नाइट विजन कैमरा की लगा हुआ है, जो रात में हल्की रोशनी में भी गाड़ी की रफ्तार बताता है.

रडार हाई स्पीड बाइकर्स के लिए है खतरा
सड़क पर हाई स्पीड बाइकर्स अपने साथ साथ दूसरों के लिए खतरा पैदा करते हैं. अफसरों के अनुसार इसके अलावा कुछ अन्य इलाकों में हाई स्पीड बाइकर्स लोगों को परेशान करते हैं. लेकिन पुलिस ने कुछ खास इलाके तय कर लिए हैं. पहले चरण में उन्हीं इलाकों में इंटरसेप्टर वाहन तैनात कर हाई स्पीड वाहन चालकों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि 40 फीसदी हादसे हाई स्पीड की वजह से होते हैं.

रायपुर: सड़कों पर आप अगर तेज स्पीड से बाइक चलाने का शौक रखते हैं, तो सावधान हो जाइए. क्योंकि अब आप ट्रैफिक पुलिस के रडार पर हैं.

यातायात पुलिस को पुलिस मुख्यालय से दो स्पीड रडार दिए गए हैं, जो एक किलोमीटर के दायरे में तेज बाइक चलाने वालों को खोज निकालेंगे. तेलीबांधा और पचपेड़ी नाका यातायात विभाग को स्पीड रडार मिल चुके हैं. स्पीड रडार यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं. अब तक यातायात विभाग द्वारा 75 ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की गई है, जो तेज रफ्तार गाड़ी चलाते पाए गए थे.

तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने की कवायद

इस तरह से काम करता है रडार

  • पुलिस तेज रफ्तार में बाइक और गाड़ी चलाने वालों को उसी समय पकड़ सकती है. क्योंकि रडार की स्क्रीन पर गाड़ी नंबर और वाहन मालिका का नाम डिस्पले हो जाता है
  • पुलिस को दो ही स्पीड राडार मशीन मिली है. मशीन में हाईटेक कैमरा और लेजर सिस्टम लगा हुआ है. रडार करीब एक किलोमीटर के दायरे में हाई स्पीड वाहनों का पता लगाता है.
  • इसमें वीडियो रिकॉर्डिंग सुविधा के साथ फोटो खींचने का भी विकल्प है. साथ ही इस स्पीड रडार में जीपीएस सिस्टम भी लगा हुआ है, जो गाड़ियों का लोकेशन भी बताता है.
  • मशीन से आटोमेटिक प्रिंट निकलता है. जिसमें गाड़ी की रफ्तार लोकेशन नंबर मालिक का नाम तारीख और समय लिखा होता है.
  • पुलिस मुख्यालय से दो मशीनें मिलने के बाद इसे इंटरसेप्टर व्हीकल में लगाकर ट्रायल भी शुरू कर दिया गया है. इसके लिए ट्रैफिक के जवानों को मशीन चलाने की ट्रेनिंग भी दी गई है.
  • पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्पीड राडार मशीन में नाइट विजन कैमरा की लगा हुआ है, जो रात में हल्की रोशनी में भी गाड़ी की रफ्तार बताता है.

रडार हाई स्पीड बाइकर्स के लिए है खतरा
सड़क पर हाई स्पीड बाइकर्स अपने साथ साथ दूसरों के लिए खतरा पैदा करते हैं. अफसरों के अनुसार इसके अलावा कुछ अन्य इलाकों में हाई स्पीड बाइकर्स लोगों को परेशान करते हैं. लेकिन पुलिस ने कुछ खास इलाके तय कर लिए हैं. पहले चरण में उन्हीं इलाकों में इंटरसेप्टर वाहन तैनात कर हाई स्पीड वाहन चालकों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि 40 फीसदी हादसे हाई स्पीड की वजह से होते हैं.

Intro: रायपुर राजधानी की सड़कों पर अंधाधुंध स्पीड से बाइक चलाकर लोगों को परेशान करने वालों को स्पीड राडार 1 किलोमीटर के दायरे में ढूंढ लेगा यातायात पुलिस को पुलिस मुख्यालय से दो स्पीड राडार दिए गए हैं तेलीबांधा और पचपेड़ी नाका यातायात विभाग को स्पीड राडार मिल चुके हैं स्पीड राडार यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने में सहायक सिद्ध हो सकती है अब तक यातायात विभाग द्वारा 75 ऐसे वाहनों पर कार्यवाही की गई है जो तय गति सीमा से अधिक स्पीड से वाहन चलाते पाए गये ।


Body:पुलिस उसी समय घेराबंदी कर बाइकर्स को उसी समय पकड़ लेती है राडार की स्क्रीन में गाड़ी का नंबर और वाहन मालिक का नाम भी डिस्प्ले होता है वाहन चालक अगर बचकर निकल भी जाए तो पुलिस घर तक पहुंच जाएगी स्पीड राडार शहर में तेज रफ्तार वाहन चलाकर लोगों का जीवन खतरे में डालने वालों को पकड़ने में मददगार साबित होगा पुलिस को दो ही स्पीड राडार मशीन मिली है मशीन में बेहद हाईटेक कैमरा और लेजर सिस्टम लगा हुआ है किसी की मदद से राडार करीब 1 किलोमीटर के दायरे में हाई स्पीड वाहनों का पता लगाता है इसमें वीडियो रिकॉर्डिंग सुविधा के साथ फोटो खींचने का भी विकल्प है साथ ही इस स्पीड राडार में जीपीएस सिस्टम भी लगा हुआ है जो गाड़ियों का लोकेशन भी बताता है मशीन से आटोमेटिक प्रिंट निकलता है गाड़ी की रफ्तार लोकेशन नंबर मालिक का नाम तारीख और समय लिखा होता है पुलिस मुख्यालय से दो मशीनें मिलने के बाद इसे इंटरसेप्टर व्हीकल में लगाकर ट्रायल भी शुरू कर दिया गया है


Conclusion:इसके लिए ट्रैफिक के जवानों को मशीन चलाने की ट्रेनिंग भी दी गई है
नाइट विजन कैमरा हल्की रोशनी में भी बताएगा रफ्तार पुलिस अधिकारियों ने बताया की स्पीड राडार मशीन में नाइट विजन कैमरा की लगा हुआ है जो रात में हल्की रोशनी में भी गाड़ी की रफ्तार बताती है इसमें स्पीड निर्धारित कर दिया गया है यह राडार अधिक रफ्तार वाले वाहनों पर ही फोकस करेगा इससे कम रफ्तार वाले कोई भी वाहन राडार के सेंसर में ही नहीं आएंगे उनकी कोई जानकारी मशीन की स्क्रीन पर डिस्प्ले नहीं होगी अफसरों ने बताए की स्पीड राडार मशीन बाइक से लेकर सभी वाहनों की रफ्तार की जांच करेगी इन इलाकों में हाई स्पीड बाइकर्स पैदा करते हैं खतरा तेलीबांधा तालाब के सामने वाली रोड के अलावा शंकर नगर रोड जल विहार कॉलोनी के सड़क बैरन बाजार से गुजरने वाली रोड गौरव पथ में नगर घड़ी चौक से एसआरपी चौक जीई रोड केनाल रोड में ऑक्सीजन के पीछे से शांति नगर चौक के बीच समता कॉलोनी और मरीन ड्राइव से कटोरा तालाब के सामने वाली रोड और वहीं से आगे ओवरब्रिज होते हुए लालपुर तक जाने वाली सड़क पर हाई स्पीड बाइकर्स अपने साथ साथ दूसरों के लिए खतरा पैदा करते हैं अफसरों के अनुसार इसके अलावा कुछ अन्य इलाकों में हाई स्पीड बाइकर्स लोगों को परेशान करते हैं लेकिन पुलिस में कुछ खास इलाके तय कर लिए हैं पहले चरण में उन्हीं इलाकों में इंटरसेप्टर वाहन तैनात कर हाई स्पीड वाहन चालकों की पहचान कर कार्यवाही की जाएगी 40 फ़ीसदी हादसे हाई स्पीड के कारण होते हैं बाइकर्स अपनी वाहन पर नियंत्रण नहीं रख पाते और हादसे का शिकार होते हैं गाड़ियों की रफ्तार को काबू कर हादसों को कम किया जा सकता है



बाइट योगेंद्र पांडे यातायात थाना प्रभारी पचपेड़ी नाका रायपुर


बाइट एमआर मंडावी एडिशनल एसपी ट्रैफिक रायपुर


रितेश कुमार तंबोली ईटीवी भारत रायपुर
Last Updated : Nov 6, 2019, 3:27 PM IST
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