रायपुर: शारदीय नवरात्र के पावन पर्व की शुरूआत 29 सितंबर से हो गई है. श्रद्धालु इस पर्व में देवी के नौ रूपों की पूजा करते हैं. वहीं नवरात्र के तीसरे दिन श्रद्धालु मां चंद्रघंटा की पूजा कर आर्शीवाद प्राप्त करते हैं.
शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन अश्विन शुक्ल पक्ष तृतीया में मां चंद्रघंटा की आराधना की जाती है. मां चंद्रघंटा के दिव्य स्वरूप में उनके मस्तिष्क में चंद्रमा विराजमान है.
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ये है मान्यता
⦁ कहा जाता है कि नवरात्रि के तीसरे दिन मां की साधना से जीवन के सारे दोष दूर होने लगते हैं.
⦁ मां चंद्रघंटा के दिव्यरूप की आराधना करने से सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं.
⦁ मां के इस दिव्य रूप से साधक हमेशा आगे बढ़ता रहता है.
⦁ जिनकी कुंडली में शुक्र का प्रभाव कमजोर रहता है उन्हें मां चंद्रघंटा की विशेष आराधना करनी चाहिए. ताकि कुंडली में शुक्र का प्रभाव बढ़ सके और जीवन सुखमय बन सके.