रायपुर: राजधानी के महंत घासीदास संग्रहालय में 19 नवंबर से 25 दिसंबर तक विश्वदाय सप्ताह मनाया जा रहा है. जिसमें शनिवार को ऐतिहासिक पुरातात्विक धरोहर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया था. इस संगोष्ठी में कई स्कूलों के विद्यार्थी और स्कॉलर्स शामिल हुए.
इस कार्यक्रम में नव उत्खनित पुरातत्व स्थल की चित्र प्रदर्शनी लगाई गई.
व्याख्यान देने पहुंचे इतिहासकार रामेंद्र मिश्र
रामेंद्र मिश्र ने बताया कि 'विश्व के जितने भी धरोहर हैं, उसको लेकर आज संगोष्ठी का आयोजन किया गया था. यदि हम अपनी धरोहर को नहीं पहचान पाएंगे नई पीढ़ियों को नही दे पाएंगे तो कौन देगा?
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अपने वक्तव्य में उन्होंने बताया शहर में सबसे पुराना 1867 का अष्टकोणीय म्यूजियम है. जो हमारी धरोहर है, उसे भी संजोना चाहिए. इधर जो आयोजन हो रहे हैं वह बेहतर है लेकिन यह सिर्फ आयोजन तक सीमित ना रह जाए तभी आने वाली पीढ़ी को इसका लाभ मिल पाएगा'.