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World Menstrual Hygiene Day 2022: पीरियड्स के दौरान रखें इन खास बातों का ध्यान - सैनिटरी पैड से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

आज 'विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस' (World Menstrual Hygiene Day 2022) है. इस दिन को खासकर महिलाओं को पीरियड्स को लेकर जागरूक करने के लिए मनाया जाता है.

World Menstrual Hygiene Day
विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस
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Published : May 28, 2022, 3:43 PM IST

रायपुर: आज ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ (World Menstrual Hygiene Day 2022) के मौके पर हम आपको मासिक धर्म यानी कि पीरियड्स को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं. इस दिन को लेकर महिलाएं अक्सर खुलकर बात करने में संकोच करती है. छोटे शहरों, गांवों में पीरियड्स हाइजीन को लेकर आज भी महिलाओं में जानकारी की कमी है. हर साल ‘वर्ल्ड मेन्सट्रुअल हाइजीन डे 2022’ इसी को ध्यान में रखते हुए मनाया जाता है.

आज हम आपको बतायेंगे कि महिलाओं को माहवारी के दिनों में साफ-सफाई के साथ-साथ किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. साथ ही इस दौरान महिलाओं को किस तरह की समस्या आ सकती है.

सैनिटरी पैड को फेंकते वक्त रखें इन बातों का ध्यान: इस्तेमाल किए गए सैनिटरी पैड से संक्रमण फैलता है. बीमारियां हो सकती है. इसलिए बीमारी से बचाव के लिए इन्हें कूड़ेदान में सही तरीके से फेंके. कभी भी सैनिटरी पैड को शौचालय के फ्लश में न बहाएं. पैड के निस्तारण के बाद हमेशा अपने हाथ अच्छी तरह धोएं.

फुंसी-चकत्ते को न करें नजरअंदाज: कभी-कभी जननांग के स्थान पर फुंसी, चकत्ते या फिर संक्रमण हो जाता है. ऐसे में उन पर तुरंत ध्यान देना बेहद जरूरी है. यदि चकत्ते गंभीर हैं, तो जल्द से जल्द स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें.

इन प्रोडक्ट्स का न करें प्रयोग: योनि में स्वयं सफाई करने का गुण होता है. इसलिए बहुत अधिक सफाई उत्पादों का उपयोग करने से बचना चाहिए. यदि कोई अतिरिक्त आवश्यकता है, तो जननांग क्षेत्र को साफ करने के लिए डाइल्यूटेड साबुन और गर्म पानी का उपयोग करना सबसे अच्छा है.

यह भी पढ़ें: विश्व कछुआ दिवस मनाने की जरूरत क्यों पड़ी ?

इसलिए मनाया जाता है ये दिन: दरअसल, ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ हर साल 28 मई को मनाने का मकसद महिलाओं को माहवारी के दौरान साफ-सफाई के महत्‍व को समझाना है. गांव और शहरों में रहने वाली लाखों महिलाएं आज भी इससे जुड़ी कई जानकारियों से अंजान हैं और उन्‍हें पता भी नहीं कि उनकी थोड़ी सी लापरवाही उन्‍हें हेपेटाइटिस बी, सर्वाइकल कैंसर, योनी संक्रमण जैसी गंभीर बीमारियों की तरफ धकेल सकता है. इसका असर महिलाओं पर शारीरिक ही नहीं, मानसिक रूप से भी लंबी उम्र तक परेशान कर सकता है.

विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का महत्‍व: ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ मनाने का उद्देश्‍य महिलाओं को माहवारी के दौरान स्‍वच्‍छता का ध्‍यान रखने संबंधी जानकारियां देना है. जिससे वो अंजाने में किसी जानलेवा बीमारी की चपेट में ना आ जाएं.

विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का इतिहास: सबसे पहले मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाने की शुरुआत साल 2014 में जर्मनी के वॉश यूनाइटेड नाम के एक एनजीओ ने की थी. हर साल 28 मई को ही ये दिन सेलिब्रेट किया जाता है. दरअसल, इस दिन को चुनने के पीछे भी एक वजह है. आमतौर पर ज्यादातर महिलाओं के पीरियड्स साइकिल 28 दिनों के होते हैं. यही वजह है कि 28 तारीख को ही इस दिन को मनाने के लिए चुना गया.

रायपुर: आज ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ (World Menstrual Hygiene Day 2022) के मौके पर हम आपको मासिक धर्म यानी कि पीरियड्स को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं. इस दिन को लेकर महिलाएं अक्सर खुलकर बात करने में संकोच करती है. छोटे शहरों, गांवों में पीरियड्स हाइजीन को लेकर आज भी महिलाओं में जानकारी की कमी है. हर साल ‘वर्ल्ड मेन्सट्रुअल हाइजीन डे 2022’ इसी को ध्यान में रखते हुए मनाया जाता है.

आज हम आपको बतायेंगे कि महिलाओं को माहवारी के दिनों में साफ-सफाई के साथ-साथ किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. साथ ही इस दौरान महिलाओं को किस तरह की समस्या आ सकती है.

सैनिटरी पैड को फेंकते वक्त रखें इन बातों का ध्यान: इस्तेमाल किए गए सैनिटरी पैड से संक्रमण फैलता है. बीमारियां हो सकती है. इसलिए बीमारी से बचाव के लिए इन्हें कूड़ेदान में सही तरीके से फेंके. कभी भी सैनिटरी पैड को शौचालय के फ्लश में न बहाएं. पैड के निस्तारण के बाद हमेशा अपने हाथ अच्छी तरह धोएं.

फुंसी-चकत्ते को न करें नजरअंदाज: कभी-कभी जननांग के स्थान पर फुंसी, चकत्ते या फिर संक्रमण हो जाता है. ऐसे में उन पर तुरंत ध्यान देना बेहद जरूरी है. यदि चकत्ते गंभीर हैं, तो जल्द से जल्द स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें.

इन प्रोडक्ट्स का न करें प्रयोग: योनि में स्वयं सफाई करने का गुण होता है. इसलिए बहुत अधिक सफाई उत्पादों का उपयोग करने से बचना चाहिए. यदि कोई अतिरिक्त आवश्यकता है, तो जननांग क्षेत्र को साफ करने के लिए डाइल्यूटेड साबुन और गर्म पानी का उपयोग करना सबसे अच्छा है.

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इसलिए मनाया जाता है ये दिन: दरअसल, ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ हर साल 28 मई को मनाने का मकसद महिलाओं को माहवारी के दौरान साफ-सफाई के महत्‍व को समझाना है. गांव और शहरों में रहने वाली लाखों महिलाएं आज भी इससे जुड़ी कई जानकारियों से अंजान हैं और उन्‍हें पता भी नहीं कि उनकी थोड़ी सी लापरवाही उन्‍हें हेपेटाइटिस बी, सर्वाइकल कैंसर, योनी संक्रमण जैसी गंभीर बीमारियों की तरफ धकेल सकता है. इसका असर महिलाओं पर शारीरिक ही नहीं, मानसिक रूप से भी लंबी उम्र तक परेशान कर सकता है.

विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का महत्‍व: ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ मनाने का उद्देश्‍य महिलाओं को माहवारी के दौरान स्‍वच्‍छता का ध्‍यान रखने संबंधी जानकारियां देना है. जिससे वो अंजाने में किसी जानलेवा बीमारी की चपेट में ना आ जाएं.

विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का इतिहास: सबसे पहले मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाने की शुरुआत साल 2014 में जर्मनी के वॉश यूनाइटेड नाम के एक एनजीओ ने की थी. हर साल 28 मई को ही ये दिन सेलिब्रेट किया जाता है. दरअसल, इस दिन को चुनने के पीछे भी एक वजह है. आमतौर पर ज्यादातर महिलाओं के पीरियड्स साइकिल 28 दिनों के होते हैं. यही वजह है कि 28 तारीख को ही इस दिन को मनाने के लिए चुना गया.

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