ETV Bharat / state

रायपुर में अनुकंपा नियुक्ति की मांग के लिए सड़क पर लेटकर प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार बनने के बाद से दिवंगत पंचायत शिक्षक की विधवाओं को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. अनुकंपा संघ ने अपनी मांगों को लेकर सड़क पर लेटकर प्रदर्शन किया.

author img

By

Published : Aug 18, 2021, 10:56 PM IST

Updated : Aug 18, 2021, 11:29 PM IST

Late Panchayat Teachers Compassionate Association
अनुकंपा नियुक्ति की मांग

रायपुर: दिवंगत पंचायत शिक्षक की विधवाओं ने अपनी मांगों को लेकर सड़क पर प्रदर्शन किया है. इस दौरान पुलिस और अनुकंपा संघ के बीच थोड़ी बहुत बहस भी हुई. प्रदर्शन कर रहे अनुकंपा संघ का कहना है कि जब तक सरकार उन्हें अनुकंपा नियुक्ति नहीं देती है, जब तक आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे. सरकार बनने के ढाई सालों बाद अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिसको लेकर लोगों में नाराजगी और गुस्सा है.

अनुकंपा नियुक्ति की मांग

बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर अनुकंपा संघ लगभग एक महीने से अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहा है. मांगें मनवाने के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल 21 जुलाई से जारी है. हालात और परिस्थिति से मजबूर होकर प्रदर्शनकारी प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन सरकार की ओर से कोई संतुष्ट जबाव नहीं आया है.

अनुकंपा नियुक्ति के लिए क्यों फांसी का फंदा लटकाकर महिलाओं ने किया प्रदर्शन ?

सरकार की तरफ से दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के लिए निर्धारित अनिवार्यता तय की गई है. शैक्षणिक योग्यता बीएड, डीएड और टीईटी की परीक्षा देनी होगी. जिसके आधार पर ही उनको अनुकंपा नियुक्ति मिल सकेगी. दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रित परिवारों के पास दो वक्त की रोजी रोटी के लिए भी पैसे नहीं है. ऐसे में डीएड, बीएड और टीईटी की परीक्षा कहां से देंगे.

प्रदेश सरकार ने 1 जुलाई 2018 को शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया था. ऐसे परिवार के मुखिया का निधन होने पर उनके आश्रितों को सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति दे दी है. लेकिन साल 2006 से 2018 के बीच जितने पंचायत शिक्षकों के निधन हुए हैं. उनके आश्रितों को अब तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिसके कारण इन आश्रित परिवारों को सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ रहा है.

रायपुर: दिवंगत पंचायत शिक्षक की विधवाओं ने अपनी मांगों को लेकर सड़क पर प्रदर्शन किया है. इस दौरान पुलिस और अनुकंपा संघ के बीच थोड़ी बहुत बहस भी हुई. प्रदर्शन कर रहे अनुकंपा संघ का कहना है कि जब तक सरकार उन्हें अनुकंपा नियुक्ति नहीं देती है, जब तक आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे. सरकार बनने के ढाई सालों बाद अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिसको लेकर लोगों में नाराजगी और गुस्सा है.

अनुकंपा नियुक्ति की मांग

बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर अनुकंपा संघ लगभग एक महीने से अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहा है. मांगें मनवाने के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल 21 जुलाई से जारी है. हालात और परिस्थिति से मजबूर होकर प्रदर्शनकारी प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन सरकार की ओर से कोई संतुष्ट जबाव नहीं आया है.

अनुकंपा नियुक्ति के लिए क्यों फांसी का फंदा लटकाकर महिलाओं ने किया प्रदर्शन ?

सरकार की तरफ से दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के लिए निर्धारित अनिवार्यता तय की गई है. शैक्षणिक योग्यता बीएड, डीएड और टीईटी की परीक्षा देनी होगी. जिसके आधार पर ही उनको अनुकंपा नियुक्ति मिल सकेगी. दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रित परिवारों के पास दो वक्त की रोजी रोटी के लिए भी पैसे नहीं है. ऐसे में डीएड, बीएड और टीईटी की परीक्षा कहां से देंगे.

प्रदेश सरकार ने 1 जुलाई 2018 को शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया था. ऐसे परिवार के मुखिया का निधन होने पर उनके आश्रितों को सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति दे दी है. लेकिन साल 2006 से 2018 के बीच जितने पंचायत शिक्षकों के निधन हुए हैं. उनके आश्रितों को अब तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिसके कारण इन आश्रित परिवारों को सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ रहा है.

Last Updated : Aug 18, 2021, 11:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.