रायपुर: हर साल को 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2023 मनाया जाता है. इस दिन को सेलिब्रेट करने का मकसद लोगों को खराब और दूषित खानपान के प्रति जागरूक करना होता है. शरीर के सेहतमंद बनाए रखना आज के दौर में बड़ी चुनौती होती है. शरीर को हेल्दी रखने के लिए सही खानपान जरूरी है. हालांकि आजकल लोगों की खाने की आदतें लोगों के सेहत पर भारी पड़ रही है.
फूड सेफ्टी बड़ी चुनौती: दरअसल, आजकल फूड सेफ्टी एक बड़ी चुनौती है. क्योंकि खाद्य पदार्थों में मिलावट तो होती ही है. साथ ही अनाज और सब्जी-फलों को उगाने का बदला हुआ तरीका लोगों के सेहत पर असर डालता है. इसके साथ ही खाद्य पदार्थ में मिलाए जा रहे केमिकल और पानी नुकसानदायक होते हैं.
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का इतिहास: साल 2017 के जुलाई माह में खाद्य एवं कृषि संगठन सम्मेलन के 40वें सत्र में आपनाए गए विश्व खाद सुरक्षा दिवस के प्रस्ताव पर दिसंबर 2017 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपना समर्थन दिया. इसके बाद प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र की दूसरी समिति के सामने रखा गया. प्रस्ताव को महासभा ने अपना लिया और 20 दिसंबर 2018 को प्रत्येक वर्ष 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाने की घोषणा कर दी गई.
जानिए क्या है विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का उद्देश्य: गलत खानपान का असर सेहत पर पड़ता है. आज के समय में कुछ भी ऑर्गेनिक नहीं मिलता है. गलत तरीके से की गई खेती और अच्छी उपज का असर लोगों की सेहत पर पड़ता है. ऐसे खाद्य पदार्थ के प्रति सजग करना इस दिन को मनाने का मूल उद्देश्य है. विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाने का मकसद हर एक व्यक्ति को पौष्टिक और संतुलित भोजन प्रदान करना है. इसके साथ ही खानपान से होने वाले खतरों को रोकना, मिलावटी चीजो का पता लगाना और इनके बारे में लोगों को बताकर उन्हें जागरूक बनाना ही इस दिन को मनाने का खास उद्धेश्य है.