रायपुर : पूरे छत्तीसगढ़ में मानसून ने 20 जून को दस्तक दे दी थी और प्रदेश के कुछ जिलों में झमाझम और जमकर बारिश भी हुई (Raipur Weather news ) है. देश के दूसरे राज्यों में भी अच्छी बारिश देखने को मिली (Weather news) है. लेकिन राजधानी रायपुर में सप्ताह 10 दिन में कभी कभार ही झमाझम और भारी बारिश देखने को मिल रही (no rain in chhattisgarh) है. उसके बाद फिर से तेज धूप के कारण उमस और गर्मी से लोगों का जीना बेहाल हो गया.आम लोगों का मानना है कि सावन का महीना भी खत्म होने को है. लेकिन मानसूनी बारिश देखने को नहीं मिली है. ऐसा लग रहा है. मानो जुलाई-अगस्त में मानसूनी बारिश का ट्रेंड बदल गया (Why is it hot in monsoon ) हो.
मॉनसून में क्यों पड़ रही उमस वाली गर्मी अच्छी बारिश की उम्मीदों पर फिरा पानी : स्थानीय निवासी पर प्रमित नियोगी का कहना है कि "इस साल जिस तरह से तेज गर्मी पड़ी थी उससे ऐसा लग रहा था मानो अच्छी बारिश होगी. लेकिन बारिश ने आम लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. सप्ताह 10 दिन में एक-दो घंटे के लिए बारिश होती है. उसके बाद फिर से मौसम खुलने के बाद उमस और गर्मी से लोग बेहाल हैं. प्रमित नियोगी बताते हैं कि ''बारिश को लेकर मोबाइल का एप ओपन करके भी देखते हैं कि आखिर बारिश कब और कितने देर तक होगी"
चिपचिपाहट और उमस भरी गर्मी का आलम : स्थानीय निवासी निवेदिता सुता का कहना है कि "बारिश की शुरुआत हुए लगभग डेढ़ महीने बीत चुके हैं और सावन का महीना भी अब समाप्त होने वाला है लेकिन बारिश के बारे में उनका मानना है कि इस साल की बारिश उनके समझ से परे है. बारिश होने के कुछ देर के बाद उमस भरी गर्मी के साथ ही चिपचिपाहट वाली गर्मी भी महसूस होने लगती है. इस साल की बारिश में लोग ठंडी हवा और बारिश में भीगने का मजा भी नहीं ले पाए हैं"
किसानी का काम हो रहा प्रभावित : स्थानीय निवासी प्रदीप पंडा का कहना है कि "राजधानी में फिलहाल बारिश नहीं हो रही है. 10-15 दिनों के अंतराल में कभी कभार अच्छी बारिश होती है. लेकिन उसके बाद फिर से उमस भरी गर्मी का एहसास होने लगता है बारिश नहीं होने के कारण खेती किसानी का काम भी प्रभावित हो रहा है."
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उमस से लोग त्रस्त : स्थानीय निवासी मुकेश अग्रवाल का कहना है कि "पिछले 15-20 दिनों से राजधानी के लोग उमस और गर्मी से त्रस्त हो चुके हैं. उनका मानना है कि बीते कुछ सालों से बारिश का ट्रेंड भी बदल गया है. जुलाई और अगस्त के महीने में बारिश ना होकर सितंबर और अक्टूबर के महीने में राजधानी में बारिश देखने को मिल रही है. जिस तरह से बारिश का ट्रेंड बदला है. यह ग्लोबल वार्मिंग के कारण हो रहा है या नहीं इसके बारे में फिलहाल हम कुछ नहीं कह सकते. यह वैज्ञानिकों के शोध का विषय है."