रायपुर : गर्मी का मौसम हमारे शरीर को बाहर और अंदर से बहुत प्रभावित करता है. इस मौसम में कैसे स्वस्थ रहें, यह आज हम आपको बता रहे हैं.
गर्मी के मौसम में आपके सेहत के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है डाइट का ख्याल रखना. इस मौसम में अगर आप ठीक से डाइट का ख्याल नहीं रखेंगे, तो बीमार पड़ना तय है. गर्मी में पाचन तंत्र भी कमजोर पड़ जाता है, इसलिए जरूरी है कि ताजा और हल्का डाइट लें, जिससे पचाने में कोई दिक्कत न हों.
ऐसे करें दिन की शुरुआत
गर्मी में अपने दिन की शुरुआत एक ग्लास पानी पीने के साथ करें. सुबह हेल्दी नाश्ता करें, जिससे आपके शरीर में लंबे वक्त तक एनर्जी बनी रहेगी. नास्ते में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन से भरपूर चीजें मसलन स्प्राउट, फ्रूट्स, छाछ, दूध, दही, अंडा, सैलेड को शामिल करें. खाने में उन चीजों को शामिल करें, जिससे आपके शरीर में पानी की कमी न हो. दिन की शुरुआत कभी भूखे पेट नहीं करनी चाहिए.
गर्मी में क्या खाएं ?
गर्मी में मौसमी फल और हरी सब्जियां ज्यादा से ज्यादा खाएं. इस मौसम में मिलने वाले फल और सब्जियां मुलायम और पानी से भरपूर हो. साथ ही ये विटामिन-A, एंटी-ऑक्सीडेंट और कैल्शियम से भी भरपूर होता है. डाइट में प्याज को भी शामिल करें, प्याज में क्वेरिस्टिंग होता है जो गर्मी में आपकी स्कीन पर पड़ने वाली रैशेज में आपको आराम पहुंचाती है. इस मौसम में अंगूर भी खूब आते हैं.
खाने में दूध की जगह दही को शामिल करें. डाइट में फलों का राजा आम, तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी, पुदीना को शामिल करें, इसमें 90 प्रतिशत पानी होता है.
लिक्विड ज्यादा लें
इस मौसम में लिक्विड डाइट बढ़ा देना चाहिए. छाछ, लस्सी, नीबू पानी, नारियल पानी, गन्ने का जूस, कोकम का जूस, सत्तू पेट की गर्मी शांत करता है. आम पना में कुछ लोग इसमें शक्कर मिलाकर, तो कुछ लोग नमक और मसाले मिलाकर पीते हैं. यह सभी जूस आपको तरोताजा रखेगा. ग्रीन टी भी पी सकते हैं, लेकिन अल्कोहल और कैफीन का सेवन कम कर दें.
डी-हाइड्रेशन होने की संभावना होती है
गर्मी में पानी की कमी से शरीर में डी-हाइड्रेशन हो सकता है, इसलिए भरपूर मात्रा में पानी पीएं. रोजाना 4 से 5 लीटर पानी जरूर पीएं. ताजे फलों का रस खूब पीएं, लेकिन डिब्बाबंद जूस का पीने से बचें.
क्या नहीं खाएं ?
- ज्यादा तला, मसालेदार खाना न खाएं.
- कैफीन से दूर रहें, इससे डी-हाइड्रेशन बढ़ता है.
- गर्मी में मिठाइयां कम से कम खाएं.
- बासी खाना न खाएं, फूड प्वॉइजनिंग का डर बना रहता है.
- रेस्टोरेंट, ढाबे में खाने से बचें.
- प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड खाने से बचें.
- नॉनवेज फूड ज्यादा न खाएं.