रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार की नई आबकारी नीति (New excise policy in chhattisgarh) आ गई है. इस वर्ष प्रदेश में शराब की कोई दुकान बंद नहीं होगी. यह जरूर होगा कि शराब दुकानों की संख्या बढ़ाई भी नहीं जाएगी. ये प्रावधान छत्तीसगढ़ की नई आबकारी नीति का हिस्सा है. वहीं दूसरे राज्यों से शराब की तस्करी रोकने के लिए अंग्रेजी शराब में 25 से 30% एक्साइज ड्यूटी कम करने का भी फैसला लिया गया है. इससे शराब की कीमतें भी कम होगी. साथ ही प्रति व्यक्ति शराब रखने की लिमिट भी बढ़ाकर 5 लीटर तय कर दी गई है.नई शराब नीति को लेकर विपक्ष और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जताई है.
छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 अप्रैल से प्रदेश में नई आबकारी नीति लागू कर दी है. नई नीति के मुताबिक नई दुकान नहीं खुलेगी, ना ही कोई भी दुकान बंद की जाएगी. छत्तीसगढ़ के 49 बीयर बार बंद किए जाएंगे, इतना ही नहीं नए बीयर बार को लाइसेंस भी जारी नहीं किए जाएंगे. सरकार ने अब दूसरे राज्यों से होने वाली शराब तस्करी को रोकने के लिए एक्साइज ड्यूटी कम करने का भी निर्णय लिया है. ड्यूटी कम करने के पीछे सरकार का तर्क शराब तस्करी रोकने और राजस्व बढ़ाने को लेकर है.
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जताई आपत्ति
शराबबंदी को लेकर लंबे समय से काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अजय श्रीवास्तव कहते हैं कि सबसे ज्यादा शराब सेवन के मामले में छत्तीसगढ़ आगे है. अवैध शराब की बिक्री की बात की जाए तो और भी ज्यादा है. आबकारी नीति कांग्रेस के घोषणापत्र के खिलाफ है. इस नीति से शराब की बिक्री और बढ़ेगी. वहीं 5 लीटर खरीदी की छूट मिलने से लोग शराब का ज्यादा सेवन करेंगे.
लोग कम पीएं इसलिए बढ़ाए हैं शराब के दाम: कवासी लखमा
शराब प्रेमियों मे कहीं खुशी, कहीं गम
नई आबकारी नीति में अंग्रेजी शराब के लिए एक्जाइज ड्यूटी कम कर दी गई है. इससे शराब की कीमतें भी कम हुई हैं. हालांकि ज्यादातर शराब प्रेमी इससे नाखुश नजर आए. उनका कहना है कि हाई रेंज की शराब की कीमत कम की गई है. कुछ शराब के शौकीनों ने कहां की यह कटौती नाम मात्र की है, जिसकी डिमांड ज्यादा रहती है, ऐसे मीडियम शराब के दामों में कटौती नहीं की गई.
20 से 25 फीसदी रेट कम
शराब दुकान संचालकों ने बताया कि नई आबकारी नीति में एक्साइज ड्यूटी कम करने से मिडिल रेंज की शराब के दामों में 8 से 10 फीसदी कटौती हुई है. वहीं 1500 से ऊपर की महंगी शराब में 20 से 25 फीसदी रेट कम किया गया है.
शराब तस्करी रोकने को लेकर कवायद
हालांकि एक्साइज ड्यूटी कम करने के पीछे आबकारी विभाग का कहना है कि हाई रेंज शराब की बड़े पैमाने में तस्करी की जा रही थी. इसे रोकने और कम करने के लिए अब एक्साइज ड्यूटी कम करने का निर्णय लिया गया है. वहीं कोविड 19 के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. जिसमें कोरोना प्रोटकॉल का पालन शराब दुकानों में किया जाएगा.
संसद में गूंजा महासमुंद के अवैध शराब बिक्री का मुद्दा
शराब तस्करी के बढ़े मामले
आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में शराब तस्करी के मामले बढ़े हैं. खासकर दूसरे राज्यों और पड़ोसी राज्यों की सीमा से लगे जिलों में बाहर की शराब खपाई जा रही है.
- जनवरी 2019 से जनवरी 2021 तक प्रदेश भर में शराब तस्करी के 6,560 मामले सामने आए.
- इन मामलों में 5 करोड 70 लाख की शराब जब्त हुई.
- 28 हजार 350 लीटर शराब दूसरे राज्यों से तस्करी कर छत्तीसगढ़ में लाई गई.
- इसकी कुल कीमत 1 करोड़ 37 लाख रुपए आंकी गई.
- पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश की ही विदेशी शराब ज्यादातर मिली है.
- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, ओडिशा और झारखंड की सीमा से लगे हुए से जिलों में शराब तस्करी के मामले बढ़े.