रायपुर: प्रत्येक मास की शुक्ल पक्ष को विनायक चतुर्थी का व्रत (Vinayaka Chaturthi Fasting December 2021) रखा जाता है. मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष में मंगलवार के शुभ दिन यानी 7 दिसंबर को यह चतुर्थी पड़ रही है. इसे अंगारक चतुर्थी (Angarak Chaturthi December 2021) भी कहा गया है. आज के दिन रवि योग व्यतिपात योग भी है. उत्तराषाढ़ा नक्षत्र (Uttarashada Nakshatra 2021 ) वृद्धि योग करण और विष कुंभकरण में मकर राशि की चंद्रमा के साथ विनायक चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा. जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है. लंबोदर गणेश यानी विनायक की पूजा (Worship of Ganesha, Vinayaka) की जाती है. प्रातः काल में स्नानादि से निवृत्त होकर लाल या पीले कपड़े पहनकर विधिविधान से गणेश भगवान (Lord Ganesh) को निर्मल कपड़ों में बिठाया जाता है. मंत्रों के माध्यम से उनकी पूजा स्तुति और प्रतिष्ठापना की जाती है.
Vinayak Chaturthi 2021: विनायक चतुर्थी पर ऐसे करें भगवान गणपति पूजा, जानें पूजन की विधि
ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री विनीत शर्मा ने बताया कि भगवान गणेश को दूर्वा की माला दूर्वा आदि चढ़ाया जाता है. भगवान गणेश को मोदक का लड्डू भी अत्यंत प्रिय है. यह भगवान गणेश (Lord Ganesh) को चढ़ाना चाहिए. 10,11,21 शादी की संख्या में गणेश जी को लड्डू का भोग लगाया जाना चाहिए. 5 लड्डू को पुरोहितों को देना चाहिए और शेष श्रद्धा पूर्वक बंधु बांधव के साथ परिवारजनों को आस्थापूर्वक बांट देना चाहिए. भगवान गणेश को धूप दीप अबीर चंदन फल फूल बंधन कुमकुम शुद्ध जल गंगाजल दूध दही पंचामृत उप वस्त्र वस्त्र ऋतु फल का अभिषेक करना चाहिए. आज के दिन गणेश चालीसा अथर्वशीर्ष गणेश सहस्त्रनाम गणेश की आरती गणेश वंदना श्रद्धा पूर्वक करना चाहिए.
रात्रि के समय चंद्र दर्शन के बाद ही चंद्र देवता को अर्ध्य देकर उपवास का समापन किया जाता है. चंद्र अर्ध के बाद ही फल फूल दूध आदि से उपवास तो होना चाहिए. गणेश भगवान विघ्नहर्ता सुमति सुबुद्धि के देवता माने गए हैं. आज के शुभ दिन अच्छे शास्त्रों का अध्ययन अच्छी संगति और नवीन कार्य को प्रारंभ करने का शुभ दिन माना गया है. आज के शुभ दिन ज्ञान बुद्धि और चेतना को विकसित करने का प्रयास करना चाहिए.