रायपुर: कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) के संभावित खतरे के मद्देनजर छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) की परेशानी बढ़ गई है. खासकर डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) को लेकर. क्योंकि प्रदेश में इस वेरिएंट की जांच के लिए कोई पुख्ता लैब और पद्धिति नहीं है. इस मसले पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdeo) ने अहम बैठक ली. जिसके बाद उन्होंने कहा कि फिल्हाल एम्स रायपुर में एक ऐसा ऐप है. जिसमें वायरस के जिनोम की स्टडी की जा सकती है. लेकिन पर्याप्त उपकरण और मैटेरियल नहीं होने की वजह से यह टेस्ट वहां संभव नहीं हो पा रहे हैं. डेल्टा प्लस से जुड़े वेरिएंट वायरस के संबंध में तो जांच और नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि सिर्फ उन्हें बाहर के प्रयोगशालाओं पर निर्भर रहना पड़ रहा है. जिसकी वजह से टेस्ट की रिपोर्ट आने में दो से तीन महीने का समय लग सकता है. जो चिंताजनक बात है.
केंद्र सरकार से करेंगे गुजारिश- स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि इस संबंध में वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Union Health Minister Dr. Harsh Vardhan) से बात करेंगे. ताकि छत्तीसगढ़ में डेल्टा प्लस की जांच के लिए मैटेरियल और उपकरण मुहैया हो सके. उन्होंने कहा कि देखते हैं कि केंद्र से इसके लिए कोई फंड मिलता है कि नहीं.
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डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर देश में जारी है अलर्ट
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट (new variants of corona virus) को लेकर देश में अलर्ट जारी है. आंकड़ों की माने तो डेल्टा प्लस वेरिएंट के देश में अब तक 60 मामले सामने आए हैं. जिसमें महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा केस हैं. मध्यप्रदेश में भी इस वायरस के नए वेरिएंट से जुड़े केस सामने आए हैं. इसके बावजूद अगर छत्तीसगढ़ में इसकी स्टडी को लेकर लैब में पर्याप्त इंतजाम नहीं है तो वह चिंता की बात है. क्योंकि छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से सटा हुआ है.