रायपुर: राजधानी से करीब 12 किलोमीटर दूर धनेली में ग्रामीणों ने उस समय विरोध शुरू करते हुए उपस्वस्थ्य केंद्र को घेर लिया जब वह कोरोना पॉजिटिव को माना कोविड सेंटर शिफ्ट कर रहे थे. अचानक से बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और स्वस्थ्य अमले को घेर लिया. ग्रामीण इस बात से बेहद नाराज दिखाई दिए कि कोरोना पॉजिटिव मरीज को होम आइसोलेशन में न रखकर जबरन कोविड सेंटर माना भेजा जा रहा है. ग्रामीण आरोप लगा रहे थे कि माना सेंटर में व्यवस्थाएं ठीक नही हैं.
ग्रामीणों ने किया घेराव
ग्रामीणों के पहुंचने से उपस्वस्थ्य केंद्र में मौजूद कर्मियों के मानो होश ही उड़ गए. आनन फानन में उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई. स्वस्थ्य कर्मियों ने ग्रामीणो को समझाने बुझाकर शांत करने का प्रयास किया. जनपद पंचायत सीईओ बीरेंद्र जायसवाल ने बताया कि ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज को कोविड सेंटर माना शिफ्ट न किया जाए. उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जाए. इसमें ज्यादातर उन्हीं के परिजन हैं, जिन्हें शनिवार को पॉजिटिव आने के बाद माना शिफ्ट किया गया है. बाकी बचे मरीजों को भी शिफ्ट करने का काम और ग्रामीणों के सैंपल लेने में स्वास्थ्य विभाग लगा हुआ था, तभी ग्रामीणो ने विरोध शुरू कर दिया.
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43 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव
जनपद सीईओ ने बताया कि अब तक 169 लोगों की जांच में 43 लोग पॉजिटिव निकले है. सभी को माना कोविड सेंटर शिफ्ट किया जाएगा. होम आइसोलेशन पर रखना खतरनाक साबित हो सकता है. क्योंकि पहले होम आइसोलेशन में रखने के बाद ऐसी कई शिकायतें ग्रामीण क्षेत्रों से आ चुकी है कि पॉजिटिव मरीज या उनके परिजन सावधानी नहीं रखते. ऐसे में कोरोना के और भी फैलने की संभावनाए बढ़ जाती है.